कोलकाता के बाल आश्रम से देहव्यापार कराने वालों के चंगुल में फंसी नाबालिग एक बड़े मानव तस्कर गिरोह की शिकार हुई है। बताया जाता है कि जिस रास्ते से कोलकाता की बालिका रायपुर पहुंचीं, उसी रास्ते से छत्तीसगढ़ की बालिकाएं भी मुंबई पहुंच रही हैं
रायपुर. कोलकाता के बाल आश्रम से देहव्यापार कराने वालों के चंगुल में फंसी नाबालिग एक बड़े मानव तस्कर गिरोह की शिकार हुई है। बताया जाता है कि जिस रास्ते से कोलकाता की बालिका रायपुर पहुंचीं, उसी रास्ते से छत्तीसगढ़ की बालिकाएं भी मुंबई पहुंच रही हैं। इसके अन्य शहरों में भेजी जा रही है। आरोपी खिलेश्वर देवांगन 2009 से जिस्मफरोशी के धंधे से जुड़ा हुआ है। जिस तरह से उसके पास मुंबई से बालिकाएं व युवतियां आती थीं, उसी प्रकार यहां से भी भेजा गया है।
पिछले सप्ताह 17 वर्षीया बालिका ने कोटा के ब्यूटी पार्लर में खुद के किडनैप होने का हल्ला मचाया था। इसके बाद खिलेश्वर और एक महिला पकड़ी गई और देहव्यापार का भंडाफोड़ हुआ था। आरोपी बालिका को बंधक बनाकर देह व्यापार करा रहे थे।
कोलकाता-मुंबई-रायपुर का नेटवर्क ढूंढ नहीं पाए
पीडि़त किशोरी को योजनाबद्ध तरीके से कोलकाता के बाद मुंबई और फिर रायपुर लाया गया। कोलकाता-मुंबई और रायपुर के बीच मानव तस्करों का तगड़ा नेटवर्क है। उस दिन खिलेश्वर और मुंबई की युवती की बातचीत हुई थी। पुलिस उसके मोबाइल लोकेशन के आधार पर काफी जानकारी निकाल सकती है।
ढाई सौ से अधिक बालिकाएं गायब
राज्य बनने से जुलाई 2016 तक ढाई सौ से अधिक बालिकाएं गायब हो चुकी हैं। वर्तमान में ये जीवित हैं या नहीं? इसका पता नहीं चल पाया है। पुलिस के ऑपरेशन मुस्कान से भी गायब बालिकाओं का पता नहीं चला।
इस तरह देते हैं झांसा
-नौकरी दिलाने के नाम पर
-अच्छी शिक्षा देने का लालच
-प्रेम-प्रसंग के माध्यम से
-घूमने-फिरने का झांसा
कबीर नगर थाना प्रभारी व प्रशिक्षु डीएसपी अनुज कुमार ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में फिलहाल कुछ नहीं बताया है। मोबाइल नंबरों की जांच भी नई जानकारी नहीं मिली हैं।