रायपुर. तीन दिन बाद साल 2016 जाने वाला है और 2017 दस्तक देने वाला है। ऐसे में हर कोई यह जानना चाहता है कि आने वाला साल उनके लिए कैसा होगा। हर कोई जानना चाहता है कि किस बात में आपको सावधानी रखनी पड़ेगी, किस कार्य कार्यक्षेत्र में सबसे ज्यादा लाभ होगा और किस कार्यक्षेत्र में सावधानी बरतनी पड़ेगी। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि अंकशास्त्र के अनुसार आने वाले साल के बारे में कुछ खास और बातें जिससे आप अपने आने वाले वर्ष तो बेहतर बना पाएंगे।
अंक ज्योतिषानुसार वर्ष 2017 (2.0.1.7 = 10)
(1.0 = 1) अंक 1 अर्थात् सूर्य के प्रभाव में है। यह अंक सृजनात्मक वैयक्तिक और सकारात्मक सत्ता व क्षमता का प्रतिनिधित्व करता है।
अंक 1, 10, 19, 28 और 2017
इस वर्ष दोहरा सूर्य होने के कारण यह आपके त्वरित निर्णय और विचार शक्ति प्रदान कर रहा है। यह ग्रहयोग आपको अपने कार्यों में सफलता मान-सम्मान व यश पदान कर रहा है। कार्यों में सफलता के लिए बगुलामुखी रत्न धारण करें।
अंक 2, 11, 29, 20
आपकी राशि का स्वामी चन्द्रमा है, जो जल का प्रतिनिधित्व करता है और यह वर्ष सूर्य अंक (1) अर्थात् अग्नि का है। जल और अग्नि का समायोजन आपको अपने कार्य में अवरोध पैदा करेगा और शरीर में विकार पैदा करेगा। वाहन चालन में सावधानी बरतें। जंबुमणि धारण करें।
अंक 3, 12, 21, 30
अंक 3 गुरू का प्रतिनिधित्व करता है। गुरू और सूर्य मिलकर अपराजेय योग बना रहे हैं। आपको अपने कार्यों में जबरदस्त सफलता मिलेगी। भाग्योदय का संकेत है। कार्यों में विशेष सफलता के लिए वल्गा रत्न धारण करें।
अंक 4, 13, 22, 31
अंक 4 राहू ग्रह का अंक है। (सूर्य और राहू) का योग ग्रहण योग तो बना रहा है लेकिन पिछले वर्ष जो आपकी धनागम में रूकावट थी वह अब नहीं होगी। आपको मान-सम्मान धन प्राप्त होगा । गरीब व्यक्ति को कंबल शनिवार के दिन दान करें।
अंक 5, 14, 23
इस वर्ष सूर्य और बुध का योग मिलकर बुधादित्य योग बना रहा है। यह योग आपको उच्च पद प्रदान करेगा। आपकी वर्षों की मेहनत का पुरस्कार आपको मिलेगा। मान-सम्मान, यश, पुरस्कार प्रदान करेगा। रविवार के भगवान सूर्य को घी का दीपक अर्पित करें। वल्गा रत्न धारण करें।
अंक 6, 15, 24
शुक्र (6) और सूर्य (1) का संयोग आपके व्यापार व विचारों में परिवर्तिन करेगा। कार्यस्थल में परिवर्तन संभव है। आपके निकट संबंधी व्यक्ति आपकी योजनाओं में अवरोध पैदा करेंगे। सतर्क रहें। गणेश जी की आराधना करें। बुधवार को लड्डू चढ़ाएं।
अंक 7, 16, 25
केतू (7) और सूर्य (1) का योग आपका पितृदोष बना रहा है। आप अपने परिजनों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। यात्रा और व्यापार में नुकसान की संभावना है। वाहन दुर्घटना की भी संभावना है सतर्क रहें। शनिदेव की आराधना करें और जंबुमणि धारण करें।
अंक 8, 17, 26
शनि (8) और सूर्य (1) का योग यात्राएं अधिक कराएगा और फल कम प्रदान करेगा। जैसा सोचा है वैसा नहीं होगा। जीवन में उतार-चढ़ाव आएगा। आपकी बातों को लोग गलत समझेंगे। आपको अपने कार्यों का श्रेय नहीं मिलेगा। अपनी जिद्द को छोड़े। संतुलन बनाकर कार्य करें। दुर्घटना और स्वास्थ्य में गिरावट का सामना करना पड़ेगा। देव गुरू बृहस्पति की आराधना करें। शनि शांति यंत्र/व्यापार वृद्धि यंत्र स्थापना करें।
अंक 9, 18, 27
मंगल (9) और सूर्य (1) का योग आपको आवेशी बनाएगा। जल्दबाजी से कार्य ना करें। आप अपने फिटनेस को लेकर जागरूक होंगे। कार्य में सफलता प्रदान करेगा। मान-सम्मान यश की प्राप्ति और नए कार्यों का प्रारंभ होगा। वल्गा रत्न और हनुमान मणि धारण करें। वाहन धीमा चलाएं। पंकज महेश्वरी (अंक ज्योतिष, वास्तु विशेषज्ञ)
7415114000