रायपुर. राजनीति में युवाओं के रोल मॉडल और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघव चड्ढा का कहना है, भारतीय राजनीति के इतिहास में राजनैतिक पार्टियों के घोषणा पत्र बनाने और पढ़ाने वाले दोनों ने इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में जनभागीदारी के जरिए इस दिशा में नई शुरुआत की। हमनें 70 विधानसभा के अलावा राज्य के लिए जनभागीदारी से घोषणा पत्र तैयार किया। उस समय एेसा लगा कि इन वादों और घोषणाओं को कैसे पूरा करेंगे? इसका जवाब भी हमारे पास नहीं था, लेकिन जनभागीदारी की वजह से लोगों ने ही हमें वादों को पूरा करने का रास्ता दिखाया।
हमने घोषणा में किए गए वादों पूरा करने के लिए एक मॉनीटरिंग सिस्टम भी तैयार किया है। हमारी वेबसाइट में तमाम वादों की पूरी स्थिति दर्ज है। राजनीति के अंदर लोकतंत्र की असली ताकत मतदाता है, जो कि पूरी तरह से सिस्टम के किनारे हो गए हैं। अब सत्ता को सीधे जनता को सौंपने के लिए प्रयास होना चाहिए। सचिवालय में बैठा बाबू यह तय नहीं कर सकता है कि वार्ड की खाली जमीन में खेल का मैदान या फिर शादी का घर। कोई भी बड़ा निर्णय जिससे जनता पर सीधा असर पड़ता है, उसे लागू करने के लिए जनता की राय लेना जरूरी है।
आज राजनीतिक दल चंदा की 70 से 80 फीसदी राशि का ब्यौरा नहीं देती है। जब सत्ता में आते हैं, तो भ्रष्टाचार करने लगे हैं। उनका एक ही लक्ष्य होता है चुनाव लडऩे के लिए जिसने फंड दिया है, उसके लिया काम करना है।
Home / Raipur / चुनाव जीतने के बाद राजनेता, फंड देने वालों के लिए काम करने लगते हैं