दिवाली के पहले यह करने का है विधान, मिलेगी सौ प्रतिशत कामयाबी
30 अक्टूबर को दीपावली है और उसके ठीक दो दिन पूर्व धनतेरस का त्यौहार
मनाया जाता है। इस दिन घर में नये सामान को खरीदने का नियम होता है…
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रायपुर. 30 अक्टूबर को दीपावली है और उसके ठीक दो दिन पूर्व धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन घर में नये सामान को खरीदने का नियम होता है। लोग इस कोई न कोई नयी चीज घर में लाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि धनतेरस के दिन क्या खरीदे को विधान है जिससे मां लक्ष्मी की कृपा आप पर हमेशा बनी रहे। तो आज जानिए धनतेरस के बारे में।
क्या करें
इसी दिन लक्ष्मी गणेष जी की मिट्टी या चांदी या सोने की प्रतिमाएं या उनके चित्र तथा बर्तन खरीद लें और उनका प्रयोग भी इसी दिन से आरंभ कर दें। सायंकाल मुख्य द्वार पर आटे का चैमुखी दीपक बना कर , चावल या गेहूं की ढेरी पर रखें। साथ में जल, रोली ,गुड़ फूल नैवेद्य रखें । इसे आज से 5 दिन हर शाम जलाएं। यह पर्व दीवाली के आगमन की सूचना देता है। प्रात: प्रवेष स्थ्ल व द्वार को धो दें और रंगोली बनाएं, वंदनवार , बिजली की झालर लगाएं। घर का सारा कूड़ा करकट ,अखबारों की रदद्ी,टूटा फूटा सामान,पुरानी बंद इलेक्र्टिनक चीजें बेच दें। जाले साफ करें। नया रंग रोगन करवाएं। आफिस घर साफ करें। अपने शरीर की सफाई करें। तेल उबटन लगाएं।
क्या खरीदें
दीपावली से पहले धनतेरस पर घर में कुछ खास चीजें लाने से धन की प्राप्ति होती है। गणेश लक्ष्मी की मूर्ति अवश्य खरीदें । झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। दीपावली के मौके पर नई झाड़ू को घर लाएं। इससे नकारात्मक शक्तियां घर से बाहर जाएंगी और साफ सुथरे घर में लक्ष्मी का आगमन होगा। कहा जाता है कि कौड़ी को घर में रखने से उस घर में कभी भी धनाभाव नहीं रहता।
इसिलए धनतेरस के दिन कौड़ी खरीद कर घर लाएं और लक्ष्मी पूजा के समय इसे भी शामिल करें। पूजन के बाद इन कौडिय़ों को लाल कपड़े में बांध कर तिजोरी या धन वाले स्थान पर रख दें। वहां कभी धन की कमी नहीं होगी। शंख सुख समृद्धि और शांति का प्रतीक है। इस दिन शंख को घर लाएं और इसे दीपावली पूजन के समय बजाएं। इससे घर में लक्ष्मी का आगमन होगा और घर के अनिष्ट टल जाएंगे। दीपावली के मौके पर नमक का पैकेट भी घर लेकर आएं और इसे दीपावली के दिन इस्तेमाल भी करें। कहते हैं कि नमक खरीद कर लाने से साल भर धनाभाव नहीं होता और सुख समृद्धि घर में ही टिकी रहती है। दीपावली के दिन इसी नमक के पानी का पौंछा घर में लगाने से हमेशा के लिए दरिद्रता दूर हो जाती है। धनिया धन का प्रतीक है।
पूजा विधान
केसर से शंख पर स्वस्तिक बनाये फिर कुमकुम से तिलक करें ! तत्पश्चात स्फटिक की माला से उपरोक्त मन्त्र की 7 माला तीन दिन तक जाप करें ! मन्त्र सिद्ध हो जायेगा जाप पूर्ण होने पर लाल वस्त्र में शंख को बाँध कर अपने पूजा स्थान में स्थापित करें जब तक घर में यह शंख रहेगा निरंतर उन्नति होती रहेगी ! धन तेरस के दिन यदि नवीन वस्तु लायें तो उपरोक्त केसर से ॐ स्वस्तिक इत्यादि का तिलक कर माँ लक्ष्मी व गणेश जी से मंगल कामना करके उस वस्तु का प्रयोग शुरू कर सकते हैं !