रायसेन. रायसेन जिले में मातृ और
शिशु मृत्यु दर गंभीर मुद्दा है। इसमें सुधार लाने की अब बेहद जरूरत है।
इसीलिए हमने इसमें कमी दूर करने के लिए कलेक्टर लोकेश जाटव को यह आदेश दिए
हैं कि जिला महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस
मामले को गंभीरता से लेते हुए इसमें सुधार लाने के प्रयास करें।
रायसेन. रायसेन जिले में मातृ और शिशु मृत्यु दर गंभीर मुद्दा है। इसमें सुधार लाने की अब बेहद जरूरत है। इसीलिए हमने इसमें कमी दूर करने के लिए कलेक्टर लोकेश जाटव को यह आदेश दिए हैं कि जिला महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसमें सुधार लाने के प्रयास करें। केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के बेहतर क्रियान्यन के लिए अधिकारी महती भूमिका निभाएं। आपसी तालमेल व समन्वय के आधार पर कठिन काम भी आसान हो सकते हैं। यह बात भोपाल संभाग के कमिश्नर अजात शत्रु श्रीवास्तव ने शुक्रवार को दोपहर मीडिया से बातचीत में कही। वे जिले मं संचालित विभिन्न सरकारी योजनाओं की समीक्षा करने पहुंचे थे। इस मौके पर कलेक्टर लोकेश जाटव, जिपं सीईओ स्वरोचिष सोमवंशी, एडीएम एसबी सिंह मौजूद थे।
काम में सुधार लाएं, वरना होगी कार्रवाई उन्होंने कहा राज्य व संभाग स्तर पर भी विभागों की कई समस्याएं हैं उनको जल्द ही ठीक कर पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है। रायसेन जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भी अपनी विभाग संबंधी जटिल समस्याओं को बैठक में रखा उन समस्याओं का जल्द निराकरण किया जाएगा। राजस्व विभाग के लंबित विवादित, अविवादित प्रकरणों को समयावधि में निपटाने के निर्देश दिए गए है।लापरवाही हुई तो जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी घरेलु गैस पर मिलने वाली सबसिडी को छोड़ें। कमिश्रर ने मातृ-शिशु मृत्यु दर पर चिंता जाहिर करते हुए इसे कम से कम करने के निर्देश दिए। गर्भवती महिलाओं के 21 हजार पंजीयन के विरुद्ध 8200 संस्थागत प्रसव के संबंध मे जानकारी दी गई थी। जिले में बाल हृदय उपचार के लिए कैम्प लगाकर बच्चों का परीक्षण करने के निर्देश दिए।
100 कलाम की सराहना शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान कमिश्नर ने जिले में नवाचार ज्ञानार्जन तथा मिशन-100 कलाम की की सराहना करते हुए इसे शिक्षा के क्षेत्र में एक अभिनव पहल बताया।
आईटीआई का औचक निरीक्षण कमिश्नर ने सागर रोड स्थित शासकीय आईटीआई का औचक निरीक्षण किया। जहां अध्ययन कर रहे छात्रों से चर्चा की तथा उनके द्वारा लिए जा रहे ट्रेड एवं प्रशिक्षण के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने विभिन्न कक्षों में पाठ्यक्रम, लैब आदि का निरीक्षण किया। मशीनो को चेक करते हुए कहा कि इनका लंबे समय से उपयोग नहीं किया गया है।