रायसेन. मंगलवार रात को शहर के
पटेल नगर निवासी 26 वर्षीय रामकृष्ण गौर को बाइक से घर जाते समय बस स्टैंड
के सामने एक ट्रक ने रौंद दिया था। इससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था
रायसेन. मंगलवार रात को शहर के पटेल नगर निवासी 26 वर्षीय रामकृष्ण गौर को बाइक से घर जाते समय बस स्टैंड के सामने एक ट्रक ने रौंद दिया था। इससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था, युवक को रात दस बजे जिला अस्पताल लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे भोपाल रेफर किया गया था।
लेकिन एम्बूलेंस की व्यवस्था नहीं हुई, जैसे तैसे एम्बूलेंस मिली तो चालक नहीं था, इसके अभाव में घायल युवक एक घंटे तक दर्द से तड़पता रहा। जब चालक को तलाश कर बुलाया गया तो एम्बूलेंस चालू नहीं हुई जिसे धक्का देकर चालू करने का प्रयास किया गया लेकिन एंबुलेंस स्टार्ट नहीं हुई। इधर युवक की हालत पल-पल बिगड़ रही थी। इसे देख लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने जमकर हंगामा किया। जिसे मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह शांत किया। बाद में घायल युवक को निजी वाहन से भोपाल भेजा गया।
ऐसे में जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवाल उठना लाजिमी है। राष्ट्रीय स्तर की एसएनसीयू जैसी सुविधाओं की दुहाई देने वाले अधिकारी और जनप्रतिनिधि मरीजों के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था तक नहीं कर पा रहे हैं। जरूरत पडऩे पर यहां उपलब्ध एंबुलेंस किसी काम नहीं आती हैं।
और इधर, दुर्घटना में मौत के बाद भी नहीं पहुंची 108 नकतरा. सुल्तानपुर रोड पर मंगलवार रात बाइक पर सवार महुआखेड़ा निवासी दो युवकों को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। इसमें एक युवक दिनेश पुत्र केशु की मौके पर ही मौत हो गई थी। दुर्घटना की सूचना लोगों तत्काल 108 एंबुलेंस को दी, लेकिन एंबुलेंस सूचना के लगभग डेढ़ घंटे बाद मौके पर पहुंची। इससे पहले 100 डायल वाहन पहुंच गया था। लेकिन उस वाहन ने घायल को अस्पताल पहुंचाने में कोई मदद नहीं की। क्योंकि यह काम उसकी ड्यूटी में शामिल नहीं है। नतीजतन दिनेश की मौत हो गई। दूसरे घायल को बाद में 108 से अस्पताल भेजा गया।