भोपाल/राजगढ़। गुना जिले के राघौगढ़ तहसील के गांव गोविदंपुरा में रहने वाले दस वर्षीय गिरिराज और आठ वर्षीय रामेश्वर अब राजगढ़ के विशेष छात्रावास में रहकर पढ़ाई करेंगे।
दोनों बच्चों के पिता की मौत काफी दिन पहले हो गई थी। पिता की मौत के बाद गांव में पारिवारिक और अन्य विवाद बढ़ा तो गांव वालों ने दोनों बच्चों को मां संतोष बाई के साथ मारपीट कर गांव से भाग दिया। जिसके बाद संतोष बाई अपने दोनों बच्चों के साथ अपने मायके ब्यावरा के गांव अरन्या में आकर रहनेे लगी, लेकिन यहां भी किसी का सहारा नहीं मिलने के कारण पांचवीं और चौथी तक पड़े दोनों बच्चों को न सिर्फ पढ़ाई छोडऩी पड़ी बल्कि उनके रहने और खाने की व्यवस्था के लिए भी संतोष बाई को कोई साधन नहीं मिला।
पत्रिका में छपी खबर
ऐसे में गांव के किसी व्यक्ति ने संतोष बाई को इसी तरह के बच्चों के संबंध में पत्रिका में छपी खबर की जानकारी देते हुए इसके माध्यम से बच्चों को विशेष छात्रावास में प्रवेश दिलवाने की सलाह दी। जिसके बाद संतोष बाई ने ब्यावरा एसडीएम अंजली शाह से संपर्क किया और उनके माध्यम से दोनों बच्चों को राजगढ़ स्थित शाला त्यागी बच्चों के लिए बने विशेष छात्रावास तक पहुंचाया।
प्रभारी ने दोनों बच्चों को दिया प्रवेश
यहां एसडीएम के निर्देश और बच्चों के पास मौजूद दस्तावेज के आधार पर छात्रावास प्रभारी चंदर सिंह तोमर ने दोनों बच्चों को प्रवेश देते हुए उनकी पढ़ाई के संबंध में की जाने वाली आगामी कार्रवाई की शुरुआत कर दी है। उन्होंने बताया कि बच्चों को कुछ दिन के विशेष प्रशिक्षण के बाद मानसिक रूप से तैयार कर अगली कक्षा की पढ़ाई के लिए अन्य विद्यालय में प्रवेश दिलवाया जाएगा।