सारंगपुर. तमाम प्रयासों, नेता-अफसरों से लगातार शिकायतों और मांग के बावजूद ठीक नहीं हो पाए हाईवे के विरोध में शनिवार को रहवासी रोड पर उतर आए। पूरी तरह जर्जर हो चुके एनएच-3 के गड्ढों और धूल के विरोध में उन्होंने चक्काजाम कर दिया।
रहवासियों ने आरोप लगाया कि पूरी तरह जर्जर हो चुके हाईवे के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं, कई लोगों की जान भी जा चुकी है। बावजूद इसके जिम्मेदार अफसरों ने रोड की ओर ध्यान नहीं दे रही। इसके अलावा नगर सहित जिलेभर के जिम्मेदार नेताओं को भी नगरवासियों ने कई बार चेताया, लेकिन किसी के कान तक जूं नहीं रेंगी। लोगों का कहना है कि नगर में उडऩे वाली धूल से सांस, दमा, खांसी और अन्य एलर्जी की बीमारियां बढऩे लगी हैं।
पाड़ल्य रोड पर करीब दो घंटे तक हुए हंगामे के दौरान जाम की स्थिति भी बनी। दो घंटे के चक्काजाम से एनएच-3 पर जाम की स्थिति भी बनी।
इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रदीप सादानी, विकास विजयवर्गीय, ओम पुष्पद, आनंद सक्सेना, राधेश्याम राठौर, कमल राठौर, मनोज शर्मा, संजय पाटीदार, गोकुल दंडवानी, कैलाश शर्मा, मनीष गुप्ता, नंद किशोर पाटीदार, एडव्होकेट मनीष विजयवर्गीय, राकेश पांडेय सहित अन्य ने हाईवे अथोरिटी को जमकर कोसा और खूब नारेबाजी की। साथ ही अड़े रहे कि एनएचआई के अधिकारियों को बुलाएंगे तभी जाम खुलेगा, लेकिन बाद में मौके पर पहुंचे तहसीलदार भूपेंद्र कैलासिया के आश्वासन पर जाम खोला गया।
चक्काजाम में फंसी एम्बुलेंस
धरना स्थल के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। इसमें एक एम्बुलेंस भी फंस गई, जिसे भीड़ को हटाकर निकाला गया। तहसलीदार ने हाईवे के अफसरों से बात कर धूल और गड्ढों से निजात दिलवाने के लिए एक दो दिन में डामरीकरणऔर अन्य मरम्मत का काम करने का आश्वासन दिया। इस पर रहवासियों ने चेतावनी दी कि यदि अभी भी सुनवाई नहीं हुई तो दोबारा चक्काजाम करेंगे और बड़ा आंदोलन होगा। इस दौरान रहवासियों के साथही आस-पास के बड़ी संख्या में दुकानदार भी शामिल थे।