आपदा सिर्फ प्राकृतिक ही नहीं होती बल्कि वर्तमान समय में बढ़े संसाधनों और बिगड़ते पर्यावरण के कारण प्राकृतिक आपदाओं के अलावा अन्य
राजगढ़. आपदा सिर्फ प्राकृतिक ही नहीं होती बल्कि वर्तमान समय में बढ़े संसाधनों और बिगड़ते पर्यावरण के कारण प्राकृतिक आपदाओं के अलावा अन्य कई प्रकार की आपदाएं मानव जीवन के लिए घातक बन गई है।
ऐसे में इन्हें समझते हुए इनसे बचाव के लिए प्रयास करना बेहद जरूरी है। यह बात बुधवार को जिला पंचायत सभागृह में आयोजित आपदा प्रबंधन की कार्यशाला मेंं आपदा प्रबंधन संस्थान भोपाल के उपसंचालक सुधीर द्विवेदी ने कही।
कार्यशाला का आयोजन जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कार्य को समझकर उनकी तैयारी के उद्देश्य से किया गया था। जिसमें जल संसाधन विभाग, वन विभाग, स्वास्थ विभाग, कृषि विभाग, खाद्य विभाग, परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।
आपदाएं समझ, निवारण पर की चर्चा
कार्यशाला के दौरान जहां बाढ़, सूखा,भूंकप आदि बड़ी आपदाओं पर विशेष चर्चा हुई वहीं शहर में बढ़ते लावरिस मवेशी, हाईवे और अन्य सड़कों पर मौजूद डेंजर पाइंट, महामारी और दुर्घटनाओं के समय अस्पताल में मिलने वाली सुविधाएं आदि आपदाओं में फंसे व्यक्तियों तक भोजन पहुंचने में खाद्य विभाग की तैयारी आदि आपदाओं और उनके निवारण की तैयारी पर चर्चा की गई। इस दौरान ग्रीष्म काल में जिले में होने वाले जलसकंट पर विशेष चिंतन करते हुए इस संबंध में किए जा रहे प्रयासों पर भी खासा फोकस डाला गया।
कार्यशाला में मौजूद विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने उनके विभाग से संबंधित आपदाओं की जानकारी देते हुए उनके लिए किए जाने वाले प्रयासों की जानकारी दी। बैठक में जिला पंचायत सीईओ राजेश जैन, डिप्टी कलेक्टर ममता खेड़े, नवनीत धुर्वे, प्रवीण प्रजापति एसडीएम कमलेश भार्गव, अंजली शाह, रमेश पांडे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।