करीब 30 लाख का सामान जलकर खाक, आगजनी के चार घंटे बाद बोड़ा से फायर ब्रिगेड पहुंची
उदनखेड़ी. आगरा-मुंबई मार्ग पर स्थित उदनखेड़ी गांव में संचालित एक तीन मंजिला इलेक्ट्रानिक दुकान में अज्ञात कारणों से आग लग गई। ऊपरी छत से शुरू हुई इस आग ने धीरे-धीरे दुकान में रखे पूरे सामान को अपनी चपेट में ले लिया।
आगजनी की जानकारी लगते ही न सिर्फ दुकानदार भेरूसिंह राजपूत बल्कि ग्रामीणों ने भी अधिकारियों के साथ विभिन्न नगर परिषदों में फायर ब्रिगेड के लिए संपर्क किया, लेकिन कहीं से भी कोई सहयोग नहीं मिला और देखते ही देखते पूरी दुकान खाक हो गई। दुकानदार भेरूसिंह की माने तो इस आगजनी में करीब 30 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। जिस दुकान में आग लगी है दुकान के ही बाजू में एसबीआई बैंक की शाखा भी संचालित हो रही है। यदि यह आग बैंक में लगती तो नुकसान का आंकड़ा करोड़ों में पहुंच जाता, लेकिन रात के समय ही बैंककर्मी और ग्रामीणों के सहयोग से आग को बैंक की तरफ जाने से रोका गया।
बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात करीब 12 बजे लोगों ने सोहम इलेक्ट्रिानिक की तीसरी मंजिल पर आग जलते हुए देखी। ऐसे में एक के बाद एक पूरे कस्बे में दुकान में आग लगने की सूचना पहुंच गई। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर घर में रखे पानी से आग को बुझाने का प्रयास किया, लेकिन यह प्रयास नाकाफी नजर आया। क्योंकि इलेक्ट्रानिक सामान में इन्वेटर, टीवी, फ्रीज, बैटरी, मोटर, कूलर सहित कई अन्य सामान शामिल थे। इनमें आग लगने के बाद तेजी से आग बढ़ती गई।
चार बजे पहुंचे तहसीलदार: मामले की जानकारी लगने के बाद रात चार बजे पचोर तहसीलदार मौके पर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने पटवारी को भी बुलाया। प्रशासनिक पंचनामा तैयार करते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया।
ग्रामीणों की माने तो उन्होंने ब्यावरा, बोड़ा, तलेन, पचोर और सांरगपुर सभी जगह फायर बिग्रेड के लिए संपर्क किया, लेकिन कहीं से भी कोई मदद नहीं मिली। इनमें से ब्यावरा में फायर बिग्रेड पर संपर्क हुआ। जबकि पचोर के नगर परिषद अध्यक्ष ने फोन उठाया, लेकिन वहां की फायर बिग्रेड खराब पड़ी है। जबकि सारंगपुर, तलेन, बोड़ा ने फोन ही रिसीव नहीं किया। आखिरकार कई बार फोन लगाने के बाद आगजनी के चार घंटे बाद बोड़ा से फायर बिग्रेड पहुंची। आपातकालीन सेवाओं में शामिल फायर बिग्रेड हमेशा ही तैयार होनी चाहिए, लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ।
भवन में आगजनी सबसे ऊपर की मंजिल से हुई है। जबकि दुकान मालिक भेरूसिंह का कहना है कि ऊपर की मंजिल में लाइट है ही नहीं। ऐसे में आगजनी कैसे हुई। यह संदेह का मामला था। जिसके बाद पुलिस ने फोरसिंक टीम मौके पर पहुंचाकर मामले की जांच शुरू की।