घरों से गायब हुई तुअर और उड़द की दाल
त्योहारों के सीजन में
बेलगाम हो रहे दाल के भाव लोगों को चिंता में डाल रहे हैं। पिछले 20 दिन में तुअर
के दाम 20 से 25 रूपए किलो बढ़ गए है। तुअर दाल फुटकर
राजगढ़। त्योहारों के सीजन में बेलगाम हो रहे दाल के भाव लोगों को चिंता में डाल रहे हैं। पिछले 20 दिन में तुअर के दाम 20 से 25 रूपए किलो बढ़ गए है। तुअर दाल फुटकर में ही बाजार में 170 से लेकर 180 रूपए तक पहुंच गई है। वहीं उड़द की दाल भी लोगों को इसी भाव में खरीदना पड़ रही है। तुअर और उड़द की दाल के भाव तेज होने के साथ ही अन्य मूंग, चने की दाले भले ही राष्ट्रीय बाजार में न बड़ी हो, लेकिन स्थानीय स्तर पर व्यापारियों ने इसे मंहगा बेचना शुरू कर दिया है।
वर्तमान में जिन दामों में दाल का विक्रय हो रहा है। अभी तक दाल में इतनी तेजी नहीं देखी गई है। बड़े स्टाकिस्टों पर सरकार का नियंत्रण न होना बढ़ते दामों का मुख्य कारण बताया जा रहा है। वहीं अब त्योहारों के समय शक्कर के दामों में भी चार से पांच रूपए की बढ़ोतरी पिछले पांच दिनों में ही हो गई है।
मालवा में ज्यादा पंसद करते है तुअर
हर माह किराने में कम से कम पांच किलो तुअर दाल खरीदने वाले मध्यमवर्गीय परिवार को दो किलो दान खरीदने में भी पसीना आ रहा है। क्योंकि पांच किलो दाल में किराने का बजट डगमगा रहा है। 20 से 25 रूपए प्रति किलो दाम बढ़ जाने से मध्यमवर्गीय परिवार को दाल खाने से पहले सोचना पड़ रहा है।
जिले में नहीं हो रही कार्रवाई
पूरे देश में दाल के स्टाक को लेकर जगह-जगह छापेमारी की जा रही है। लेकिन जिले में अब तक कहीं भी बड़े व्यापारियों की दुकानों या फिर गोदामों को चेक नहीं किया गया। जबकि राजगढ़ सहित खिलचीपुर, पचोर और ब्यावरा में कई बड़े व्यापारी थोक का काम करते है।