व्यापारियों ने मंडी में किया अतिक्रमण
राजगढ़Published: Oct 25, 2016 06:49:00 am
नरसिंहगढ़. कृषि उपज मंडी में इन दिनों कई प्रकार की धांधलियां देखने को मिल रही हैं,लेकिन मंडी प्रबंधन जानकारी के बावजूद भी इन मामलों में कोई कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा है। भारी बारिश में सीसी निर्माण हो या फि र कृषक भोजन कूपन योजना में लाखों का भ्रष्टाचार। हर मुद्दे पर प्रबंधन की […]
नरसिंहगढ़. कृषि उपज मंडी में इन दिनों कई प्रकार की धांधलियां देखने को मिल रही हैं,लेकिन मंडी प्रबंधन जानकारी के बावजूद भी इन मामलों में कोई कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा है।
भारी बारिश में सीसी निर्माण हो या फि र कृषक भोजन कूपन योजना में लाखों का भ्रष्टाचार। हर मुद्दे पर प्रबंधन की चुप्पी कही ना कही मंडी अधिकारियों की कार्यप्रणाली को संदेह के कटघरे में लाकर खड़ा कर रही हैं। हाल ही में मंडी परिसर में अवैध कब्जे का मामला गर्माया हुआ हैं। जानकारी के अनुसार मंडी में कई व्यापारियों ने आवंटित भूखंड़ों पर अवैध रूप से कब्जा जमा रखा हैं। वही कुछ व्यापारियों ने बिना आवंटन के जगहों पर कब्जा करना शुरू कर दिया हैं।
इस पूरे मामले की जानकारी होने के बावजूद प्रबंधन इन अवैध अतिक्रमणकारियों को महज नोटिस भेजकर अपने दायित्वों की इतिश्री करने में लगा हुआ हैं। शनिवार को मंडी प्रबंधन ने अवैध कब्जा करने वाले कुछ व्यापारियों को नोटिस भेजकर कब्जा हटाने के निर्देश दिए है। साथ ही मामले की सूचना विभाग के आला अधिकारियों सहित जिला प्रशासन को भी भेजी जा रही हैं।
मशीनों के कंपन से गोदाम हो रहे जर्जर:मंडी परिसर स्थित गोदामों में कई व्यापारियों ने बड़ी-बड़ी मशीनें लगवाई हुई हैं। इन मशीनों के कंपन से गोदाम जर्जर हो रहे हैं। कई गोदामों पर मिलावटी गेहूं की पेकिंग भी हो रही हैं। इस मसले की जांच का जिम्मा मंडी अधिकारी खाद्य विभाग के अधिकारियों पर थोपते नजर आ रहे है। वही खाद्य विभाग के अधिकारी भी कार्रवाई के नाम पर महज औपचारिकता पूरी करते दिखाई दे रहे हैं।
अस्थाई रूप से जमा रखा है अतिक्रमण
मंडी प्रबंधन की मिलीभगत से कई व्यापारी अपने गोदामों पर टीन शेड लगाकर आगे बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में नए व्यापारियों को मंडी में भूखंड नहीं मिल पा रहा है। मंडी में कुछ व्यापारी ने एक से अधिक लाइसेंस बनवाकर दो से तीन गोदामों का आवंटन करवाया हुआ है। वही इन गोदामों को भी बाहरी व्यापारियों को किराए पर दिया हुआ है। इस पूरे मामले की जानकारी होने के बावजूद मंडी प्रबंधन मामले में कोई कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा हैं।