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एक की मौत पर थमा संघर्ष

locationराजसमंदPublished: May 20, 2015 11:23:00 pm

कुम्भलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य के
सादड़ी रेंज स्थित सेवाड़ी वनखण्ड में मंगलवार रात दो भालुओं की

rajsamand

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कुंभलगढ़।कुम्भलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य के सादड़ी रेंज स्थित सेवाड़ी वनखण्ड में मंगलवार रात दो भालुओं की आपसी लड़ाई में नर भालू की मौत हो गई। स्थानीय ग्रामीणों की जानकारी पर बुधवार सुबह वनकर्मी मौके पर पहुंचे व भालू के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया। बाद में शव को जला दिया गया।


सादड़ी रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रेमाराम चौधरी ने बताया कि भालुओं का इन दिनों प्रजनन काल चल रहा है। लाटाड़ा वनखण्ड स्थित कंाटेश्वर महादेव मन्दिर सरहद में मंगलवार देर रात दो नर भालू आपस मे भिड़ गए। आस-पास स्थित खेतों के मालिकों ने बताया कि मध्य रात उनके संघर्ष की आवाजे आ रही थीं, जो करीब दो घंटे तक चलती रही। इसके बाद आवाजें आनी बंद हो गई।
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सोया समझकर डर गए


सुबह मन्दिर में दर्शन करने व चुग्गा डालने आए ग्रामीणों ने भालू को वहां देखा तो एकबारगी उसे नींद में समझा। दूर से शोर-शराबा करने पर भी भालू में कोई हरकत नहीं होते देख ग्रामीण हिम्मत जुटाकर पास गए तब पता चला कि वह मृत पड़ा है। इसकी सूचना सहायक वन संरक्षक दलवीरसिंह राठौड़ को दी। उन्होंने रेंजर पीआर चौधरी, वनकर्मीअर्जुन देवासी, रेशमपालसिंह, सहायक वनपाल वरदाराम मेघवाल, वनरक्षक प्रभारी लुणावा लक्ष्मणसिंह सहित वल्लभसिंह की टीम को मौके पर भेजा।


मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम


शेडयूल ए का वन्यजीव होने के कारण भालू का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया। पशु चिकित्सक पूनाराम मेन्शन, डॉ.सुरेश यादव, डॉ.परीक्षित पुरोहित ने करीब पन्द्रह वर्षीय भालू का पोस्टमार्टम किया। उसके शरीर पर खरोंचों और चोटों के निशानों से पुष्टि हुई कि आपसी लड़ाई में उसे जान गंवानी पड़ी।

बढ़ रही भालुओं की संख्या


कुम्भलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य में बीते कुछ सालों से काले भालुओं की संख्या बढ़ी है। यहां की चार रेंज में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2014 की गणना के दौरान 179 भालू गिने गए।

वष्ाü 2013 में यह 175 थी। अभी हुई गणना का मूल्यांकन चल रहा है, जिसमें भालुओं की संख्या और बढ़ने की सूचनाएं मिल रही हैं। जसवंतपुरा के सुंधा माता कंजर्वेशन रिजर्व और माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य में भी इनकी संख्या अच्छी है।
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