जावरा (रतलाम)। शहर में गीता रामायण प्रचार समिति व गीता भवन ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को 77वां गीता जयंती महोत्सव धर्ममय माहौल में शुरू हुआ। 5 से 11 दिसंबर तक चलने वाले इस महोत्सव की शुरुआत में शहर में प्रभावी शौभा यात्रा निकली। इसमें अश्व सवार धर्म ध्वजा लहराते हुए चल रहे थे।
वहीं करीब 1 हजार महिलाएं व युवतियां कलश लेकर चल रहे थी तो ढोल-नगाड़ों के साथ बैण्ड की धुन पर धर्ममय स्वलहरियों के बीच भक्तजन थिरकते हुए चल रहे थे। शहर में जिस रास्ते से यात्रा गुजरी वहां पुष्पवर्षा से स्वागत किया। जयकारों से श्रद्धालुओं ने शहर का माहौल धर्ममय बना दिया। हाथी पर सत्येंद्र जोशी पौथी लेकर सवार थे। सनातन महिला मंडल की बालिकाएं व महिला ढोल की थाप तो धार्मिक भजनों पर नृत्य करती हुई चल रही थीं। बग्गी में देवी सरस्वती व उनके गुरू विराजमान थे।
पौथी पूजन हुआ
सुबह जागनाथ महादेव मंदिर से निकली कलश यात्रा भड़भुजा चौक, बजाज खाना, घंटाघर, कोठी बाजार, कमानी गेट, नीमचौक, आजाद चौक, पीपली बाजार, श्ुाक्रवारिया, रावण द्वार होती हुई गीता भवन पहुंची। कथा स्थल पर साध्वी ने धर्म ध्वजारोहण कर भागवत महोत्सव का शुभारंभ किया। सात दिन तक चलने वाले भागवत में निरंतर धर्म की बयार बहेगी। कथा की शुरुआत में श्रद्धालुओं ने पौथी पूजन किया। इसके बाद साध्वी ने धर्मसभा को संबोधित किया। प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक कथा का श्रवण साध्वी श्रोताओं को करवाएंगी। चल समारोह के दौरान प्रदीपसिंह सोलंकी, जनपद अध्यक्ष रामविलास धाकड़, नपा उपाध्यक्ष पवन सोनी, हरिनारायण अरोड़ा, शिवसेना के उप राज्य प्रमुख सुनील शर्मा, गीता रामायण प्रचार समिति व गीता भवन ट्रस्ट के पदाधिकारी आदि मौजूद थे।