– डॉयल 100 पर छह माह में आए 250 फर्जी कॉल, पुलिस की मुसीबत बने फर्जी कॉल, छह माह में 6470 समस्याओं पर दौड़ी एफआरबी
रतलाम। डॉयल 100 पर बीस फीसदी से ज्यादा सूचनाएं फर्जी मिल रहीं है, अब सख्त कार्रवाई की तैयारी, भौंकते कुत्तों, पागल से बचाव और बच्चों को चुप कराने के लिए भी पुलिस की मदद लोग चाहते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेशभर में डॉयल 100 फर्जी कॉल आने से परेशान है। प्रदेश में 27 लाख कॉल में से 6 लाख कॉल फर्जी ही निकले हैं, जिन पर डायल 100 को दौडऩे के बाद खाली हाथ ही लौटना पड़ा है। वहीं यही हालत रतलाम की भी है। वर्ष 2017 से अब तक के छह माह के आंकड़ों पर नजर डालेंगे तो कुल कॉल 6470 कॉल पर 250 फर्जी कॉल पर भी डायल 100 को दौडऩा पड़ा है। वहीं 30-40 फ ीसदी कॉल राज्य स्तरीय डायल100 कंट्रोल रूम में झूठे आ रहे हैं। पुलिस विभाग ने अब इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर ऐसे कॉल पर कार्रवाई करने का मन बना लिया है।
कुत्ते भौंकने की भी शिकायत
कंट्रोल रूम पर रिसीवर की माने तो कंट्रोल रूम में पुलिस से जुड़ी ही शिकायतें नहीं आ रहीं, बल्कि अन्य विभागों की शिकायतें सूचनाएं देकर लोग मदद मांगते हैं। घर के पास रात में कुत्ते भौंकने से लेकर बच्चे को चुप कराने व पागल का पीछा करने जैसी शिकायतों के कॉल आते है। जिनका पुलिस से कोई लेना देना नहीं है।
इस प्रकार के आते हैं कॉल – 21 जुलाई को दीनदयाल नगर थाना क्षेत्र के पलसोड़ी गांव से सुबह 4 बजकर 27 मिनट पर दुर्घटना का कॉल आया। पुलिस ने मौके पर जाकर देखा, वहां कुछ नहीं मिला।
– 22 जुलाई को धामनोद से रात करीब 3 बजकर 15 मिनट पर एक युवक द्वारा मारपीट करने का कॉल आया। पुलिस वहां पर 15 मिनट में पहुंच गई। कुछ नहीं मिला। फोन भी बंद आने लगा।
– 22 जुलाई को ही धामनोद में पिुल सुबह 5 बजकर 33 मिनट पर कॉल आया कि जमीन विवाद के चलते बड़ा झगड़ा हो रहा है। मौके पर पहुंचे तो कुछ नहीं मिला और फोन बंद हो गया।
छह माह में अलग-अलग प्रकार कॉल पर निपटाई समस्या शिकायत के प्रकार संख्या
दुर्घटना (करंट, जहरीला पदार्थ, 46
सर्पदंश, छत से गिरना)
सड़क दुर्घटना 1512
चाइल्ड कम्पलेन (गुमशुदगी, अपहरण,
मारपीट) 56
पुलिस कम्पलेन 47
क्राइम बॉडी कम्पलेन (मारपीट, बलवा, 4077
कब्जा, आगजनी)
क्राइम माईस (व्यस्क, अपहरण, गुमशुदगी) 370
क्राइम प्रोपर्टी (संदिग्ध व्यक्ति, चोरी, 362
जुआ, सट्टा, लूट )
ब्लॉक करेंगे नंबर ब्लैंक और झूठे कॉल की संख्या कम करने तकनीकी उपाय के साथ कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। बार-बार फ ोन कर परेशान करने वालों के नंबर को चयनित कर ब्लॉक करने की कार्रवाई की जाएगी।
– कवलजीत सिंह, प्रभारी डायल 100 रतलाम।