जन्माष्टमी-इन मंत्र से खुश होते है भगवान श्रीकृष्ण
रतलामPublished: Aug 24, 2016 10:45:00 am
इस बात की जानकारी कम लोगों को होगी की जप्मअष्टमी पर काम व रति के मंत्र
के साथ-साथ मोहिनी के मंत्र का जप करने से व्यक्ति की ख्याती चारों दिशा
में फेलती है।
रतलाम। करीब 75 वर्ष बाद इस जन्मअष्टमी एक खास योग लेकर आई है। इस जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण से जुडे़ मंत्रों का जप किया जाए तो वे प्रसन्न होकर सुख-समृद्धि का आशिर्वाद देते है। इस बात की जानकारी कम लोगों को होगी की जप्मअष्टमी पर काम व रति के मंत्र के साथ-साथ मोहिनी के मंत्र का जप करने से व्यक्ति की ख्याती चारों दिशा में फेलती है।
इसलिए है खास इस बार
इस बार जन्माष्टमी खास है। इसकी एक खास वजह यह है की ज्योतिष के अनुसार इस बार की जन्मअष्टमी पर वे सभी गृह योग बन रहे है जो भगवान श्रीकष्ण के जन्म के समय थे। ज्योतिषी विरेंद्र रावल व आनंद त्रिवेदी के अनुसार उच्च का चंद्रमा गुरु व बुध का कन्या राशि में विषेय योग व इस के साथ शुक्र का रहना चाणक्य योग बना रहा है। इसके अलावा सूर्य का स्वयं की सिंह राशि में रहने के अलावा मंगल का वृश्चिक राशि में रहने से जन्मअष्टमी इस बार विशेष रहेगी।
रति का यह मंत्र करे लड़कियां
अगर आपका पे्रमी या पति आपसे दूर भागते है तो जन्मअष्टमी को ह्ी रत्ये नम: मंत्र का जप करे। इस मंत्र के जप से भगवान कृष्ण प्रसन्न होते है व दूर गया पति वापस आता है।
पुरुष करे यह मंत्र
अगर घर मे पत्नी कलह करती है या पे्रमिका दूर भागती है व ध्यान नहींदेती है तो युवा या पुरुष कृष्ण को अतिप्रिय काम देव के ऊं क्लीं काम देवाय नम: मंत्र का जप करे।
एेसे करे माहिनी मंत्र
अगर आपको लगता है की घर या कार्यालय में कोई खुश नहीं रहता तो मोहिनी मंत्र को जन्मअष्टमकी की रात करे। ह्ी मोहिनी नम: मंत्र के जप से भगवान प्रसन्न होते है व सभी बिगडे़ काम होने लगते है।