पादर वन चौकी क्षेत्र में कर्मियों की कमी व अधिकरियों की नजरअंदाजी को ताक में रखकर वन क्षेत्र से सटे खातेदार अब मगरियों पर रास्ता बनाकर उसका समतलीकरण कर आवासीय मकान बनाने से नहीं चूक रहे है।
पादर वन चौकी क्षेत्र में कर्मियों की कमी व अधिकरियों की नजरअंदाजी को ताक में रखकर वन क्षेत्र से सटे खातेदार अब मगरियों पर रास्ता बनाकर उसका समतलीकरण कर आवासीय मकान बनाने से नहीं चूक रहे है।
गुन्दवाड़ा पंचायत के अधिनस्थ ग्राम डेरलीखेड़ा से सटे वन क्षेत्र में एक कुएं के खातेदार ने अपने कुएं से सटी मगरी को निशाना बना दिया। पिछले दो सालों से मकानों के निर्माण हो रहे है, लेकिन अधिकारियों की जंू तक नहीं रेंगी। मोबाइल पर बात करना भी पसंद नहीं कर रहे है।
पादर वन क्षेत्र में बबूल के पेड़ काटकर कोयला बनाना, हरे बांस काटकर बेचना लोगों की मानसिकता बनी हुई है। बंद पड़ी डेरली खेड़ विद्यालय के पीछे एक किलोमीटर दूर पूर्व की ओर कुओं से सटा वन क्षेत्र है।
अतिक्रमी ने दो साल पूर्व कुएं से सटी मगरी को जेसीबी से रास्ता काटकर उपर समतलीकरण कर एक मकान बना दिया था। किसी का विरोध नहीं होने से पुन: छह मकान का निर्माण शुरू करवा दिया। अतिक्रमी ने मकानों का आधा काम करवा दिया है। उसे स्वयं को यह जानकारी नही है कि वन या राजस्व की भूमि है।
जेसीबी से निकाले चुनाई पत्थर
दो साल पूर्व बनाए मकान व वर्तमान में बनने वाले मकानों की नींव व चुनाई में भी अधिकांश पत्थरों का ही उपयोग हुआ है। मौके पर ही मगरियों को जेसीबी से अवैध खनन की खोदकर पत्थर निकाले गए है तथा क्रम जारी है।
भूमि वन की या राजस्व की
क्षेत्र में सभी खातेदारों ने अधिकांश सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर रखा है। उन्हें यह जानकारी तो है कि उन्होंने अवैध कब्जा किया है, लेकिन वन या राजस्व की है जानकारी नहीं है। कुएं से सटकर ही वन विभाग की दीवार बनी है। दीवार के आगे खाली पड़ी भूमि को अपने कब्जे में ले लिया है। कुएं पर कृषि कनेक्शन है।
तीन फीट से अधिक दूर मकान मगरी पर होने से तार खिंच कर घरों में भी बिजली का उपयोग बेरोकटोक हो रहा है। डेरली खेडा निवासी दिनेशकुमार ने बताया कि कुएं से सटकर ही मगरी थी। डेढ दो साल पूर्व ही रस्ता बनाकर एक मकान बनाया था। इस साल ही दूसरे मकनों को काम शुरू करवाया है। मगरी मेेरे खातेदारी में है या नहीं है। जानकारी नहीं है।
कार्रवाई करेंगे…
पादर वन चौकी क्षेत्र में वह पिछले छह माह से एक मात्र ही कर्मी है। डेरली खेड़ा के वन क्षेत्र में एक काश्तकार ने मगरी को काटकर रास्ता बनाने व उसका समतलीकरण कर मकान बनाया था तथा वर्तमान में भी निर्माण जारी है। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी है। उनके निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी।
-शेरसिंह,
प्रभारी वन चौकी पादर