भूमि मिली नहीं, निर्माण के नक्शे को मंजूरी
मामला रतलाम-बांसवाड़ा-डूंगरपुर रेल परियोजना का
रतलाम। डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम रेल परियोजना में पटरी डालने के लिए अब तक भूमि का आवंटन नहीं हो पाया है, लेकिन इसमे बनने वाले ब्रिज, पुल आदि के नक्शे बनकर तैयार हो गए हैं। इतना ही नहीं, रेलवे ने इन नक्शों को मंजूरी भी दे दी हैं। इसमे सबसे बड़ा पुल माही किनारे जेथ गांव करीब बनना हैं।
लखनऊ से मिली मंजूरी
इस रेल परियोजना के अंतर्गत बनने वाले पुलों के नक्शों को लखनऊ स्थित आरडीएसओ (रिसर्च डिजाइन एंड स्टेडर्ड आर्गोनाइजेशन) ने मंजूर कर दिया हैं। मंजूरी के अनुसार करीब 415 छोटे पुल, 150 आरयूबी, 56 आरओबी व 87 बडे़ ब्रिज का निर्माण होना हैं। इसमे सबसे बड़ा पुल माही के जेथ गांव के किनारे 550 मीटर लंबा पुल का निर्माण होगा। माही पर बनने वाले इस पुल पर 12 पोल का निर्माण किया जाएगा। इसमे एक पोल की लंबाई करीब 61 मीटर हैं। 732 मीटर लंबे कुल पोल के अलावा इस पुल के निर्माण की वर्तमान लागत करीब 66 करोड़ रुपए आएगी। पुल की कुल लंबाई 550 मीटर की होगी। पुल के निर्माण पर करीब 120 करोड़ रुपए का व्यय वर्तमान लागत के अनुसार आएगा।
2 किमी लंबी होगी सुरंग रतलाम में
इस परियोजना के अंतर्गत 7 सुरंग अब तक प्रस्तावित हैं। इसमे सबसे बड़ी सुरंग रतलाम में बाजना-शिवगढ़ के करीब बनेगी। इसकी लंबाई करीब दो किमी हैं। इसी प्रकार योजना में बांसवाड़ा में 1300 मीटर लंबी सुरंग बनाई जाएगी। कुल 11 क्रासिंग व 6 स्टेशन का निर्माण कार्य चल रहा हैं।
जमीन मिले तो गति बने
रेलवे की ओर से कोई कार्य शेष नहीं रहा है। पुलों के नक्शे को मंजूरी मिलने के बाद निर्माण के लिए जमीन की आवश्यकता होगी। इसके लिए इंतजार किया जा रहा है। जमीन मिलते ही कार्य तेजी से पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
मुकेश मीणा, उप मुख्य अभियन्ता, उत्तर-पश्चिम रेलवे