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मंदसौर गोलीकांड के लिए जनता का जांच आयोग बनाया

locationरतलामPublished: Jul 20, 2017 04:12:00 pm

Submitted by:

vikram ahirwar

आनंद मोहन माथुर आयोग के अध्यक्ष, 15 सदस्य, 9 से 15 अगस्त तक भरेंगे देशभर में जेल, रतलाम में कक्का जी ने कहा

MP KISAN AANDOLAN

MP KISAN AANDOLAN



रतलाम। मंदसौर में जो गोलीकांड हुआ, उसमे जांच के लिए उसी एसडीएम को जिम्मेदारी दी, जो इसके लिए अपराधी है। इसलिए अब निर्णय लिया गया है कि जनता ही इस मामले की जांच करेगी व उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सहित राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट सौपेगी। 15 सदस्यों वाले इस आयोग के अध्यक्ष उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अभिभाषक आनंद मोहन माथुर होंगे। ये बात राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमा शर्मा कक्का जी ने रतलाम में मीडिया से कही। मंदसौर से उज्जैन जाते हुए वे कुछ समय के लिए रतलाम रुके थे।

कक्का जी ने कहा कि प्रदेश में मंडी में लूट का खेल चल रहा है। समर्थन मूल्य किसान को नहीं मिल रहा है। जब किसान कुछ मांग करता है तो उस पर अनेक प्रकार के मुकदमे लाद दिए जाते है। असल में मंडी चुनाव शुरू होने के बाद से इस प्रकार की लूट बढ़ी है। किसान के साथ शोषण होने का कारण मंडी में व्याप्त भ्रष्टाचार है। करीब 14 वर्ष पूर्व किसान पर 1 लाख रुपए का कर्ज था, जो अब बढ़कर 15 लाख रुपए प्रति किसान हो गया। इसके बाद अगर राज्य में विकास के दावे कोई करे तो ये गलत है।

बार-बार पलट रहे बयान से

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को आडे़ हाथो लेते हुए कक्का जी ने कहा कि एेसा पहली बार देश में हुआ कि एक अंादोलन में मुख्यमंत्री ने रोज एक नया बयान दिया व पूर्व के बयान से पलटे। असल में किसान आंदोलन की आग में घरी का काम भारतीय किसान संघ ने किया है। मंदसौर में पहले गोली चली, फिर आगजनी की घटना हुई। ये पहली बार हुआ कि किसी आंदोलन में गोलियां सीने पर उतारी गई। इसके बाद भी अब तक दोषी पुलिसकर्मियों पर कोई प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है।

पीएम से लेकर संघ पर निशाना

कभी आरएसएस में रहे कक्का जी से जब सवाल किया गया की अचानक से संघ से दूरी क्यों हुई, तो कहा कि संघ को यसमैन चाहिए। संघ अब भाजपा में सिर्फ पदाधिकारी भेजने का माध्यमभर रह गया है। मोदी सरकार के राज में किसानों को गेहूं व धान पर समर्थन मूल्य मिलता था, वह बंद हो गया। मोदी सरकार ने कांगे्रस की निर्मल भारत योजना को स्वचछता के नाम से लागू किसा। एफडीआई का विरोध किया, लेकिन सत्ता में आने के बाद इसे ही लागू कि या जा रहा है।

किसानों को उनका हक दो

9 अगस्त 1942 को अंगे्रजो भारत छोड़ो अंादोलन शुरू हुआ था। इस 9 अगस्त से देश के 22 राज्यों में एक साथ किसानों को उनका हक दो अंादोलन जेल भरने के साथ शुरू होगा। ये अंादोलन 15 अगस्त तक चलेगा। इसमे किसानों को उनकी फसल की लागम का कम से कम 50 प्रतिशत व सभी किसानों का कर्ज माफी की मांग प्रमुख रहेगी। मीडिया से चर्चा के दौरान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष त्रिलोकसिंह सहित अन्य उपस्थित थे।

ये है संघ की मांग

– मामले की न्यायीक पिष्पक्ष जांच हो।

– दोषी लोगों पर एफआईआर हो।

– आंदोलन में जो घायल हुए है, उनको आर्थिक सहायता दी जाए।

– सरकारी नौकरी का वादा पूरा किया जाए।

– डोडाचूरा की बिक्री व अफीम के लिए नीति बने।

– किसानों पर दर्ज प्रकरण वापस लिए जाए।
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