रेलवे कॉलोनी में पानी देखकर आप कहोगे अरे बाप रे…
रतलामPublished: Jul 16, 2017 04:03:00 pm
रेलवे कॉलेानी में मटमेला पानी, रहवासियों ने कहा शिकायत के बाद भी न हो रही कार्रवाई
रतलाम। रेलवे कॉलेानी में बारिश आफत बनकर आई है। एक तरफ जहां आवासों में पानी रिसने की समस्या शुरू हो गई है वहीं आवासों में मटमेला पानी पीने के लिए नल में आ रहा है। इस मामले में रहवासियों ने कार्य विभाग के अधिकारियों को अवगत भी कराया, लेकिन अब तक इस पर सुनवाई शुरू नहीं हुई है। फिलहाल रहवासी बारिश में भी पानी खरीदकर पीने को मजबूर है।
रेलवे कॉलेानी में ए केबीन के नीचे वाले क्षेत्र में रहवसी जब से बारिश शुरू हुई है, तब से परेशान है। रहवासियों ने बताया कि बारिश उनके लिए आफत बनकर आती है। एक तरफ तो आवासो में पानी आता है तो दूसरी तरफ नल में साफ पेयजल आना बंद हो जाता है। इस मामले में जब वरिष्ठ अधिकारियों को बताते है तो वे सुनवाई ही नहीं करते है। रविवार को जब मटमेला पानी आया तो नाराज होकर रहवासी घर से बाहर आ गए व अपना गुस्सा प्रकट किया।
खरीदकर पी रहे पानी
रहवासियों के अनुसार जहां शहर में बरसात होने के बाद पेयजल की समस्या का समाधान हुआ है, वही उनके लिए अब तक समस्या कायम है। असल में नल में मटमेला पानी आने के बाद रहवासी पेयजल को खरीदकर पीने के लिए मतबूर है। रहवासियों ने बताया कि पीने का पानी तो खरीदकर पी रहे है, लेकिन शेष कार्यो के लिए मजबूरी में इस पानी का उपयोग करना पड़ रहा है। रहवासियों ने दो दिन पूर्व रेलवे संगठन के पदाधिकारियों को भी इस बारे में सूचना दी थी। हालाकि संगठना की तरफ से अब तक इस मामले में समाधान मिले, इस तरह के प्रयास शुरू नहीं हुए है।
हर बार की समस्या
रहवासियों ने बताया कि हर बारिश में ये समस्या आती है। असल में वे लंबे समय से कह रहे है कि उनके क्षेत्र की पाइप लाइन में सुधार कार्य किया जाए, लेकिन इस मांग की अनदेखी हो रही है। इसके चलते बारिश आते ही उनको मटमेला पानी मिलना शुरू हो जाता है।
डीआरएम को बताएंगे जाकर
मटमेला पानी बारिश के साथ ही शुरू हो जाता है। अब डीआरएम को जाकर ही बताएंगे। क्योकि पूर्व में कार्य विभाग को बताया, लेकिन वहां के अधिकारी समाधान नहीं कर रहे है।
– पूर्वी शर्मा, परिवर्तीत नाम, रहवासी
तुरंत समाधान होगा
क्षेत्रवासियों की समस्या गंभीर है। इसका समाधान तुरंत किया जाएगा। अगर तीन दिन में समाधान न हो तो वे वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर अपनी बात रख सकते है।
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल