टमाटर दिखा रहा तेवर: रतलाम में 110 रुपए किलो
रतलामPublished: Jul 17, 2017 12:27:00 pm
सब्जी और थाली के सलाद में गायब टमाटर, टमाटर सब्जी मंडी में पहली बार बिक गया 2200 रुपए कैरेट
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रतलाम। टमाटर के तेवर दिन पर दिन लाल होते जा रहे हैं। रविवार को मंडी में 2200 रुपए केरेट के भाव नीलाम हो गया। हालात ये है कि एक-दो किलो खरीदने वाले अब 100-200 ग्राम में गुजारा कर रहे हैं। होटलों में थाली से सलाद में टमाटर गायब सा हो गया है, 10 केरेट की मांग करने वाले होटल व्यवसायी अब 2 पर ही सीमित रह गए है।
रविवार को सैलाना बस स्टैंड सब्जी मंडी में टमाटर 2000-2200 रुपए केरेट के भाव नीलाम हो गया है, यानि 110-120 रुपए किलो ऐसा पहली बार हुआ। मात्रा 50-60 केरेट माल मंडी नासीक-महाराष्ट्र से इंदौर होते हुए रतलाम पहुंच रहा है। एक केरेट में 23 किलो करीब माल आता है, जिसमें से भी 2-3 किलो खराब निकल जाने पर 20 किलो ही रह जाता है। एक समय था जब रतलाम से दिल्ली 15-20 ट्रक टमाटर माल पहुंचाया जाता था, अब तो मंगवाना पड़ रहा है।
किलो वाले 100-200 ग्राम पर आ गए
सब्जी विक्रेता सत्तु भाटी 100-110 रुपए किलो भाव है। वह भी बाहर से आ रहा है। अगले महिने तक ही हालात सुधरने के आसार है। खेरची के बड़े व्यापारी ही टमाटर एक-दो केरेट ले जा रहे हैं, जबकि अधिकांश दुकानों पर तो टमाटर गायब ही नजर आता है। भाव अधिक होने के कारण ग्राहक भी अब एक-दो के स्थान पर 100-200 ग्राम ही ले जा रहे हैंं।
120 रुपए किलो बिक गया टमाटर
रतलाम में टमाटर फसल का रकबा कम होने के कारण भाव में तेजी देखी जा रही है। बाहर से प्याज मंगवाया जा रहा है। दो साल पहले सितंबर-अक्टूबर माह में 10-15 हजार केरेट जिले से प्रतिदिन टमाटर मंडी पहुंचता था। स्थिति सुधरने के आसार एक माह तक को नजर नहीं आते। रविवार को मंडी में 110-120 रुपए किलो टमाटर के भाव रहे।
कंवरलाल जाट, आड़तिया संघ सदस्य, रतलाम
300 हेक्टेयर तक सीमट गया टमाटर
टमाटर का रकबा बहुत कम हो गया है, वायरस के कारण किसानों ने भी फसल लगाना कम कर दिया है। वर्तमान में मात्र 250-300 हेक्टेयर क्षेत्र लगे होंगे। दो-तीन साल पहले 5 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में उत्पादन होता था। हां अगर किसान नेट लगाकर टमाटर का उत्पादन करे तो कुछ हद तक उत्पादन होकर वायरस रूक सकता है।
एसपी शर्मा, वरिष्ठ उद्यान अधीक्षक
उद्यानिकी विभाग, रतलाम