scriptनोटबंदी का असर: आवासीय रेंटल प्रॉपर्टी की बढ़ी मांग | rental property demand increases after demonetisation | Patrika News
New Category

नोटबंदी का असर: आवासीय रेंटल प्रॉपर्टी की बढ़ी मांग

नोटबंदी के चलते दिल्ली-एनसीआर के रेंटल प्रॉपर्टी की मांग में 15 फीसदी और मुंबई में 12 फीसदी की वृद्धि हुई है। यह जानकारी प्रॉपर्टी पोर्टल मैजिकब्रिक्स डॉट कॉम के प्रॉपर्टी सर्च ट्रेंड से मिली है।

Dec 13, 2016 / 07:19 pm

आलोक कुमार

Property

Property


नई दिल्ली. नोटबंदी के चलते दिल्ली-एनसीआर के रेंटल प्रॉपर्टी की मांग में 15 फीसदी और मुंबई में 12 फीसदी की वृद्धि हुई है। यह जानकारी प्रॉपर्टी पोर्टल मैजिकब्रिक्स डॉट कॉम के प्रॉपर्टी सर्च ट्रेंड से मिली है। वहीं, ओवरऑल रेंटल प्रॉपर्टी की मांग में हाल के दिनों में 12 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। जानकारों का मानना है कि होम बायर्स के बदलते ट्रेंड के चलते रेंटल मार्केट में तेजी लौटेगी और इसका फायदा रेजिडेंशियल रियल एस्टेट को मिलेगा।

प्रॉपर्टी कीमत कम होने की गुंजाइश नहीं

नोटबंदी के बाद प्रॉपर्टी की कीमतें 20 से 30 फीसदी गिरने के कयास को सिरे से खारिज करते हुए मैजिकब्रिक्स डॉट के सीईओ सुधीर पाई ने पत्रिका को बताया कि इसके पीछे कोई आधार नहीं है। प्रॉपर्टी की कीमतें पहले से ही अपने निचले स्तर पर पहुंच गई हैं। कच्चे माल और सप्लाई पर प्रॉपर्टी की कीमत डिपेंड करती है। सप्लाई पहले से ही कम है तो ऐसे में सिर्फ नोटबंदी से कीमत कम हो जाएगी, इसका कोई आधार नहीं दिखता। उनके अनुसार, नोटबंदी से इस सेक्टर में पारदर्शिता आएगी और प्रॉपर्टी खरीदने के तरीकों में आने वाले समय में बड़ा बदलाव होगा। वैसे भी प्रॉपर्टी के प्राइमरी मार्केट में ब्लैकमनी का रोल बिल्कुल कम है। मेट्रो सिटी से लेकर टियर-टू और थ्री शहरों में कहीं भी नई प्रॉपर्टी खरीदने में ब्लैकमनी का इस्तेमाल नहीं होता है। वास्तविक घर खरीदार बैंक से लोन लेकर प्रॉपर्टी खरीदते हैं। ऐसे में ब्लैकमनी रुकने का कोई असर प्राइमरी मार्केट और कीमत पर नहीं होने वाला है।

6-12 महीनों में सुधार की उम्मीद

अर्थयंत्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नितिन बी व्याकरणम के मुताबिक, नोटबंदी के असर से प्रॉपर्टी की कीमतों में अगले 6 से 12 महीनों में करेक्शन की उम्मीद हैं। इस अवधि के दौरान ग्राहकों द्वारा घर की कम खरीद की संभावना है। इसके चलते रेंट पर मकानों की मंाग बढ़ेगी, क्योंकि लोग कुछ और समय किराये के मकानों में रहकर रियल एस्टेट मार्केट में होने वाले बदलाव का जायजा लेना चाहते हैं। इससे आने वाले महीनों में रेंट में वृद्धि की संभावना है।

नए लोकेशंस और सोसाइटी पहली पसंद

नोएडा की प्रॉपर्टी ब्रोकरेज कंपनी इंदुमा के डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि नोट बंदी के बाद से रेंट पर घर लेने के बारे में पूछताछ में इजाफा हुआ है। लोग अब खरीदने के बदले रेंट पर घर लेने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। इसके चलते नोएडा के सेक्टर 77-78 हो या नोएडा एक्सटेंशन का एरिया, जहां पर भी रेडी-टू-मूव सोसाइटी के पजेशन में देरी हो रही है, लोग वहां रेंट पर घर लेने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। सोसाइटी में सैलरी वाले लोगों को 2बीएचके फ्लैट अधिकांश मामलों में 10 से 20 हजार के बीच में मिल रहा है। सोसाइटी में मिलने वाली सुविधाएं और सिक्योरिटी रेंट पर घर लेने वालों की पहली पसंद हैं।

Home / New Category / नोटबंदी का असर: आवासीय रेंटल प्रॉपर्टी की बढ़ी मांग

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो