छोटी खुशियों से दे अपने पार्टनर को बड़ी खुशियां
Published: May 12, 2015 11:22:00 am
हीरे के गहने और फूल एक शादी-शुदा जिंदगी में खुशहाली नहीं भरते। छोटी-छोटी बातें, छोटे-छोटे कदम कई बार बड़ी खुशी दे जाते हैं।
हीरे के गहने और फूल एक शादी-शुदा जिंदगी में खुशहाली नहीं भरते। छोटी-छोटी बातें, छोटे-छोटे कदम कई बार बड़ी खुशी दे जाते हैं।
दिन में कम से कम एक बार कहें शुक्रिया
आप दोनों दिन में कितनी बार लोगों को शुक्रिया कहते हैं लेकिन क्या आप कभी अपने हमसफर को शुक्रिया कहते हैं? आप दोनों एक-दूसरे को हल्के में न लें और दिन में कम से कम एक बार तारीफ के दो लफ्ज बोल ही दें। हो सकता है कि आपमें से किसी एक के मन में यह बात आ जाए कि इस काम का कैसा शुक्रिया, कौनसा अहसान किया, लेकिन आपके लिए फिर भी उन्होंने कुछ तो किया ही है, इसलिए शुक्रिया जरूर बोल दें। तारीफ और शुक्रिया आपके हमसफर को आपका प्यार याद दिलाती रहेगी, जिससे आप दोनों के बीच प्यार और बढ़ेगा।
शुरूआती दिनों जैसा कुछ करें
जब नई-नई शादी हुई थी तो आप दोनों एक-दूसरे के लिए कितना कुछ करते थे। साथ हाथों में हाथ डालकर घूमते थे, एक-दूसरे को फूल भेजते थे। फोन पर मैसेज भेजते थे। एक बार फिर कुछ वैसा ही करें। इससे आप दोनों के बीच भावनात्मक लगाव और गहरा होगा। आप दोनों गुजरे वक्त के बारे में सोचेंगे और एक-दूसरे के ज्यादा करीब आएंगे।
पहले जैसी बातें
सगाई के बाद कैसे आप घंटों आने वाली जिंदगी, कॅरियर जैसी चीजों पर बातें करते रहते थे। और अब आपकी बातें राशन, पानी, बिल, बच्चों की स्कूल फीस जैसी चीजों पर सिमट कर रह गई है। कुछ वक्त निकालें और कॅरियर, जिंदगी, एक-दूसरे से जुड़े मुद्दों पर बात करें। साथ इनसे जुड़े मजाकिया वाकयों का भी जिक्र बीच-बीच में करें।
साथ करें कुछ काम
एक कॉमन रूचि विकसित करने में आप दोनों को थोड़ा वक्त लग सकता है। आपके हमसफर आपके साथ कुछ काम करने में पीछे हटते हैं? तो थोड़ा चतुराई से काम लें। उन्हें अपने साथ बगीचे में हाथ बंटाने को कहें। आप साथ में फिल्म देखने जैसा काम कर सकती हैं। इसके अलावा आप दोनों साथ कुछ चैरिटी का काम भी कर सकते हैं। एक-दूसरे के साथ वक्त गुजारेंगे तो एक-दूसरे की समस्याओं को भी जानेंगे और करीब आएंगे।
रोज सुबह पूछें, आज क्या करना है
क्या आपके पति की आज कोई बड़ी मीटिंग है? क्या आप खुद किसी महत्वपूर्ण क्लाइंट या किसी बहुत पुरानी सहेली से मिलने जा रही हैं? रोजमर्रा की छोटी-छोटी चीजों को भी शेयर करना सपने, आशाएं और डर को शेयर करने जैसा ही है और उतना ही अहम है। और हां, शाम को मीटिंग कैसी रही, सहेली से क्या बातें हुईं, जैसी चीजें पूछना न भूलें।