बालासन करने से टेंशन होती है दूर, मिलती है दिव्य शक्तियां भी
Published: Apr 17, 2016 12:01:00 am
प्राचीन भारतीय योग विद्या में कुछ आसन ऐसे दिए गए हैं जो करने में सरल होने के साथ-साथ बहुत अधिक लाभकारी भी है
प्राचीन भारतीय योग विद्या में कुछ आसन ऐसे दिए गए हैं जो करने में सरल होने के साथ-साथ बहुत अधिक लाभकारी भी है। इन आसनों को करने से स्वास्थ्य में सुधार तो होता ही है, आध्यात्मिक लाभ भी होते हैं। बालासन भी ऐसा ही एक योगासन है।
क्या है बालासन और कैसे करें
यह करने में सबसे आसान योगासन है। इसे करने के लिए निम्न तरीकों को फॉलो करें-
सबसे पहले पालथी लगाकर बैठ जाएं इसके बाद अपनी ऐडियों पर बैठें तथा शरीर के ऊपरी हिस्से को जांघों पर टिकाएं। फिर धीरे-धीरे अपने सिर को जमीन से लगाएं और हाथों को सिर से लगाकर आगे की ओर सीधा रखते हुए हथेलियों को ज़मीन से लगाएं। तत्पश्चात अपने हिप्स को ऐड़ियों की ओर ले जाते हुए सांस छोड़े। बस यही बालासन है। इस अवस्था में कम से कम 30 सेकेंड रहे, अधिक से अधिक जितना आधा घंटा हो सकता है।
बालासन करने के फायदे
(1) बालासन करने के शरीर के अंदरूनी अंगों में लचीलापन आता है।
(2) कमर दर्द, कंधे, गर्दन, पीठ तथा जोड़ों के दर्द और मांसपेशियों के दर्द में यह बहुत लाभकारी है।
(3) बालासन करने से दिमाग शांत होता है तथा गुस्सा कम होता है।
(4) महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाला दर्द तथा परेशानियों खत्म होती है।
(5) दिमाग का तनाव दूर शांति देता है।
(6) कुंडलिनी जागृत होती है जिससे आध्यात्मिक चेतना विकसित होती है तथा व्यक्ति में दिव्य शक्तियों का विकास होने लगता है।
सावधानी
जिन लोगों को हाई बीपी की समस्या रहती हो या जिनके घुटनों में समस्या हो उन्हें बालासन नहीं करना चाहिए।