आश्विन मास की पूर्णिमा सबसे श्रेष्ठ मानी गई है। इस पूर्णिमा को आरोग्य हेतु फलदायक माना जाता है। मान्यता अनुसार पूर्ण चंद्रमा अमृत का स्त्रोत है। अत: माना जाता है कि इस पूर्णिमा को चंद्रमा से अमृत की वर्षा होती है। शरद पूर्णिमा की रात्रि में खीर को चंद्रमा की चांदनी में रखकर उसे प्रसाद-स्वरूप ग्रहण किया जाता है। मान्यता अनुसार चंद्रमा की किरणों से अमृत वर्षा भोजन में समाहित हो जाती है जिसका सेवन करने से सभी प्रकार की बीमारियां आदि दूर हो जाती हैं।