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सावन के पहले सोमवार पर बना सर्वार्थसिद्धि मुहूर्त, इन उपायों से उठाएं लाभ

Published: Jul 10, 2017 09:34:00 am

प्रतिपदा नन्दा संज्ञक तिथि प्रात: 11.26 तक, तदुपरान्त द्वितीया भद्रा संज्ञक तिथि है

aaj ki kundli

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प्रतिपदा नन्दा संज्ञक तिथि प्रात: 11.26 तक, तदुपरान्त द्वितीया भद्रा संज्ञक तिथि है। कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा में विवाहादि मांगलिक कार्य, यात्रा, उपनयन, प्रतिष्ठा, गृहारम्भ, गृहप्रवेश व शान्तिक कार्य शुभ कहे गए हैं। इसी प्रकार द्वितीया में विवाह, आभूषण, प्रतिष्ठा व सैन्य सज्जा आदि कार्य करने योग्य हैं।

नक्षत्र: उत्तराषाढ़ा ‘ध्रुव व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र सायं 7.09 तक, इसके बाद श्रवण ‘चर व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र है। उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में देवस्थापन, विभूषित करना, गृहारम्भ, यात्रा, प्रवेश, विवाह, व्यापार-व्यवसाय तथा श्रवण नक्षत्र में पुष्टता, कारीगरी, मांगलिक, जनेऊ आदि के कार्य शुभ कहे हैं।

योग: वैधृति नामक अत्यंत दुद्र्धर्ष व उपद्रवकारी अशुभ योग प्रात: 11.08 तक, इसके बाद विष्कुंभ नामक नैसर्गिक अशुभ योग है। वैधृति नामक योग की समस्त घटियां सदैव शुभ कार्यों में वर्ज्य है।

विशिष्ट योग: सर्वार्थसिद्धि नामक शुभ योग सायं 7.09 से अगले दिन सूर्योदय तक है। सर्वार्थ सिद्धि नामक योग में सभी शुभापेक्षित कार्य शुभ व सफल सिद्ध होते हैं। करण: कौलव नामकरण प्रात: 11.26 तक, इसके बाद तैतिलादि करण हैं।

शुभ विक्रम संवत् : 2074
संवत्सर का नाम : साधारण
शाके संवत् : 1939
हिजरी संवत् : 1438
अयन : दक्षिणायन
ऋतु : वर्षा
मास : श्रावण। पक्ष – कृष्ण।

शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में यथाआवश्यक विवाह, गृहप्रवेश, देवप्रतिष्ठा, विपणि-व्यापारारम्भ, प्रसूतिस्नान (वैधृति के बाद) नामकरण, अन्नप्राशन व कूपारम्भ के तथा श्रवण नक्षत्र में जलवा आदि के शुभ मुहूर्त हैं।

श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज सूर्योदय से प्रात: 7.26 तक अमृत, प्रात: 9.08 से पूर्वाह्न 10.50 तक शुभ तथा दोपहर बाद 2.14 से सूर्यास्त तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 12.05 से दोपहर 12.59 तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।

व्रतोत्सव: आज प्रथम श्रावण वन सोमवार व्रत, वैधृति पुण्यं तथा अशून्य शयन व्रत है। रुद्राभिषेक के लिए आज का दिन विशेष शुभ है। दिशाशूल: सोमवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल है। चन्द्र स्थिति के अनुसार आज दक्षिण दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है। चन्द्रमा: चन्द्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि मकर राशि में है। राहुकाल: प्रात: 7.30 से 7.00 तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासम्भव वर्जित रखना हितकर है।

आज जन्म लेने वाले बच्चे

आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (ज, जी, खि, खू, खे) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि मकर व जन्म का पाया ताम्र है। जो शुभ है। सामान्यत: ये जातक सुंदर, ऐश्वर्यवान, बनाव-शृंगार में विशेष रुचि रखने वाले, होशियार, चतुर, बहादुर, धार्मिक, सुखी, विनीत, सर्वप्रिय, विद्वान, बुद्धिमान और यशस्वी होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग 31 वर्ष की आयु तक होता है। मकर राशि वाले जातकों को आज आकस्मिक धनलाभ होगा। पुरानी उधारी की वसूली हो सकती है। शिक्षार्थियों को सफलता की राह मिलेगी।

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