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आज हरियाली तीज पर इन कार्यों के लिए रहेगी शुभ

Published: Jul 26, 2017 09:27:00 am

आज हरियाली तीज (तृतीया) जया संज्ञक तिथि प्रात: 8.09 तक, इसके बाद चतुर्थी रिक्ता संज्ञक तिथि है

aaj ki kundli

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आज हरियाली तीज (तृतीया) जया संज्ञक तिथि प्रात: 8.09 तक, इसके बाद चतुर्थी रिक्ता संज्ञक तिथि है। तृतीया तिथि में अन्नप्राशन, गानविद्या, सीमन्त कर्म, चित्रकारी और द्वितीया तिथि में कथित कार्य करने योग्य हैं। चतुर्थी तिथि में शत्रुमर्दन, बंधन, अग्निविषादिक असद् कार्य व शस्त्रप्रहार आदि कार्य सिद्ध होते हैं। शुभ कार्य सर्वथा वर्जित है।

नक्षत्र: पूर्वाफाल्गुनी ‘उग्र व अधोमुख’ संज्ञक नक्षत्र अंतरात्रि 4.23 तक, तदुपरांत उत्तराफाल्गुनी ‘ध्रुव व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र है। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में बंधन, कठिन व साहसिक, क्रूर, कारीगरी, शिक्षा, कपटता आदि से सम्बंधित कार्य सिद्ध होते हैं। उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में सभी स्थिर व मांगलिक कार्यादि शुभ कहे गए हैं।

योग: वरियान नामक नैसर्गिक शुभ योग सायं 5.16 तक, तदुपरान्त परिघ नामक नैसर्गिक अशुभ योग है। परिघ नामक योग की पूर्वाद्र्ध घटियां शुभ कार्यों में त्याज्य हैं।

विशिष्ट योग: प्रात: 6.00 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि नामक शुभ योग तथा अंतरात्रि 4.52 से रवियोग नामक शुभ योग है। करण: गर नामकरण प्रात: 8.09 तक, इसके बाद सायं 7.35 तक वणिज नामकरण, तदुपरान्त भद्रा संज्ञक विष्टि नामकरण है।

शुभ विक्रम संवत् : 2074
संवत्सर का नाम : साधारण
शाके संवत् : 1939
हिजरी संवत् : 1438, मु.मास: जिल्काद-2
अयन : दक्षिणायन
ऋतु : वर्षा
मास : श्रावण। पक्ष – शुक्ल।

शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में यथाआवश्यक सगाई, टीका, रोका व विद्यादि कार्यों के शुभ मुहूर्त हैं।

श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज सूर्योदय से प्रात: 9.12 तक लाभ व अमृत, पूर्वाह्न 10.53 से दोपहर 12.33 तक शुभ तथा अपराह्न 3.54 से सूर्यास्त तक चर व लाभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैंं, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं। बुधवार को अभिजित नामक मुहूर्त शुभ कार्यों में वर्जित बताया गया है।

व्रतोत्सव: आज मधुश्रवा तीज, मेला तीज जयपुर (राज. में), श्री सेवक जयंती तथा वरद् विनायक चतुर्थी है। चन्द्रमा: चन्द्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि सिंह राशि में है। ग्रह राशि-नक्षत्र परिवर्तन: सायं 5.08 पर शुक्र मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। दिशाशूल: बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चन्द्र स्थिति के अनुसार आज पूर्व दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद रहेगी। राहुकाल: दोपहर 12.00 से दोपहर बाद 1.30 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासम्भव वर्जित रखना हितकर है।

आज जन्म लेने वाले बच्चे
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (टा, टी, टू, टे, टो) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि सिंह तथा जन्म का पाया रजत है, जो शुभ माना गया है। सामान्यत: ये जातक बिखरे हुए विचारों वाले, पंडित, विद्वान, बुद्धिमान, विशाल हृदय, शत्रुजय, होशियार, प्रत्येक कार्यों में निपुण, विद्यावान तथा किसी न किसी रूप से सरकारी कार्यों से सम्बंध होता है। इनका भाग्योदय लगभग 28 से 32 वर्ष की आयु के मध्य होता है। सिंह राशि वाले जातकों को धनार्जन के लिए कठोर परिश्रम करना पड़ेगा। बौद्धिक कार्यों से लाभ होगा। आंखों को किसी प्रकार की पीड़ा आ सकती है।
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