चंद्रग्रहण से बचने के लिए पूरे दिन करें मंत्र जाप व भगवान का ध्यान
इस वर्ष 4 अप्रैल को पहला चंद्रग्रहण होगा, चंद्रग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए मानसिक मंत्र जाप करना श्रेष्ठ होगा
चंद्रग्रहण अथवा सूर्यग्रहण राहू व केतु के प्रभाव से होते हैं और आगामी 4 अप्रैल को पहला चंद्रग्रहण होगा। इससे कन्या व मीन राशि पर प्रभाव होगा लेकिन इसके साथ ही सभी राशियों के जातकों को सावधानी की आवश्यकता है। चंद्रग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए अपने आराध्य का ध्यान व मानसिक मंत्र जाप करना श्रेष्ठ होगा।
चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को चंद्रग्रहण की घटना घटेगी। यह चंद्रग्रहण हस्त नक्षत्र एवं कन्या राशि में घटित होगी। ज्योतिषाचार्य एवं वास्तुविद डॉ. दीपक शर्मा ने बताया कि दोपहर 3.47 से रात 7.47 तक ग्रहण रहेगा। ग्रहण भारत में दिखलाई देगा। यह 21वीं सदी की पहला चंद्रग्रहण है और इस दिन पूजन करना वर्जित रहेगा।
लोगों को विशेष सावधानी बरतते हुए पूरे दिन को भगवान के स्मरण में लगाना होगा। मोक्ष काल के उपरांत ही मंदिरों की शुद्धि कर भगवान के दर्शन होंगे। ज्योतिषाचार्य एवं वास्तुविद डॉ. उद्धव श्याम केसरी ने बताया कि इस दौरान बच्चे व उम्रदराज लोगों के अलावा अन्य सभी लोगों को विशेष सावधानी रखनी होगी। ग्रहण काल में ज्यादा से ज्यादा परहेज करेंगे तो ही बेहतर होगा।
चंद्रग्रहण के किरणों से बचें
चंद्रग्रहण व सूर्य ग्रहण के दौरान निकलने वाली किरणे नकारात्मक होती है और इसका प्रभाव शरीर पर तुरंत होता है। इससे कई तरह की बिमारी या चर्म रोग होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। इसलिए इस दिन ग्रहण के दौरान घर या दफ्तर से ग्रहण मोक्ष के बाद ही निकले।
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