एक हजार हैंडपंप खराब, 24 नल-जल परियोजनाएं बंद
रीवाPublished: May 02, 2015 10:13:00 am
पेयजल संकट से निपटने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने किया मंथन, हैंडपंपों की मरम्मत के निर्देश
रीवा
गर्मी में पेयजल संकट से निपटने के लिए जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधयों ने चार घंटे तक मंथन किया। कलेक्टर राहुल जैन की अध्यक्षता में आयोजित इस समीक्षा बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष, विधायक सहित सांसद के प्रतिनिधि की मौजूदगी में पेयजल संकट से निपटने की रणनीति तैयार की गई।
जनप्रतिनिधियों की ओर से जिले के 827 ग्राम पंचायतों में एक हजार से ज्यादा हैंडपंप खराब होने की बात रखी गई। इसके अलावा दो दर्जन नल-जल योजनाएं बंद होने का मुद्दा छाया रहा है। कलेक्टर ने जनप्रतिनिधियों को भरोसा दिलाया कि 15 मई तक पेयजल की व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाएंगी। बैठक के दौरान जन प्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्र की पेयजल समस्याओं की चर्चा की और निदान के लिए उपयोगी सुझाव भी दिए।
सात दिन में मांगा जांच प्रतिवेदन
कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सात दिनों के भीतर सभी नल-जल योजनाओं का सत्यापन कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें जिससे उन्हें स्वीकृत किया जा सके। उन्होंने पेयजल के लिए वैकल्पिक स्त्रोत ढ़ूढऩे और खराब हैंडपम्पों को तत्काल ठीक करने के भी निर्देशित दिए। पीएचई को मैकेनिकों की उपलब्धता के निर्देश दिया। ग्राम पंचायत के हैंडपम्प के लिए पंचायतें सामग्री सुलभ कराएंगह और सुधार कार्य का दायित्व पीएचई के मैकेनिकों का रहेगा।
हैंडपंप खराब, रोजगार सहायक देंगे सूचना
कलेक्टर ने जन प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि जिले में सभी को पेयजल की उपलब्धता सुलभ कराने के लिए जिला प्रशासन का पूरा प्रयास है। कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे क्षेत्र में सघन भ्रमण करें। आगामी 15 मई के बाद जिन ग्रामों में पानी की समस्या आ सकती है, उन्हें चिह्नित कर लें जिससे वहां पानी उपलब्ध कराने के लिए ठोस उपाय किए जा सकें। उन्होंने रोजगार सहायकों को खराब हैंडपम्पों की सूचना देने के लिए कहा है।
प्रशासन के आंकड़े में सिर्फ 244 हैंडपंप बंद
समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने बताया कि जिले में कुल 27,920 हैण्डपंप हैं। जिसमें 27,6 76 चालू हंै। जब कि 244 बंद पड़े हैं। कुल 137 नल जल योजनाओं में से 123 चालू हैं । कुल 14 योजनाएं विभिन्न कारणों से बंद हैं। स्थल नल-जल योजनाओं में 6 8 में से 6 4 योजनाएं चालू हैं । मुख्यमंत्री नल-जल योजनाओं में कुल 152 योजनाओं में से 146 चालू हैं तथा 6 योजनाएं विभिन्न कारणों से बंद पड़ी हुई हैं। कलेक्टर ने जन प्रतिनिधियों को प्रगतिरत एवं अप्रारंभ नल-जल योजनाओं की जानकारी भी जानकारी दी।