सहारनपुर. यह दर्दनाक हादसा आपको झकझाेर कर रख देगा। सहारनपुर के नागल थाना क्षेत्र के गांव ताजपुरा में पिता की डांट से क्षुब्ध हाेकर ट्रेन से कटने जा रहे युवक काे बचाते वक्त इसके दाे भाईयाें की ट्रेन की चपेट में आने से माैत हाे गई। दाेनाें ने रुठे भाई काे ताे धक्का देकर रेलवे ट्रैक से हटा दिया, लेकिन खुद नहीं संभल पाए। इस घटना के बाद से पूरे परिवार में काेहराम मचा हुआ है आैर गांव में सन्नाटा सा पसर गया है।
घटनाक्रम के मुताबिक ताजपुरा गांव के रहने वाले मजदूर जातिराम ने अपने करीब 18 साल के बेटे अमित काे इस बात पर डांट दिया कि वह काेई काम क्याें नहीं करता। इसी डांट से क्षुब्ध हाेकर अमित यह कहकर घर से निकल गया कि वह परिवार में सबकाे भारी लगता है इसलिए ट्रेन से कटकर मरने जा रहा है। पहले ताे परिवार के लाेग यही समझता रहे कि अमित ड्रामा कर रहा है, लेकिन जब काफी देर तक भी घर नहीं लाैटा ताे मां ने अपने छाेटे बेटे पंकज काे कहा कि काफी देर हाे गई, लेकिन अमित का अभी तक काेई पता नहीं है।
इस पर पंकज अपने चचेरे भाई बंटी के साथ कई घंटे पहले घर से निकले अमित काे तलाशने के लिए निकल पड़ा। बताया जाता है कि दाेनाें रेलवे ट्रैक की आेर दाैड़ पड़े। इन्हाेंने देखा कि अमित ट्रेन की पटरी पर खड़ा है आैर सहारनपुर की आेर से एक एक्सप्रेस ट्रेन आ रही है। इस पर पर दाेनाें अमित काे जाेर-जाेर से आवाज लगाते हुए उसकी आेर दाैड़ पड़े। बताया जाता है कि दाेनाें आत्महत्या करने के लिए रेलवे ट्रैक पर खड़े अपने भाई अमित काे धक्का देकर पटरी से हटा दिया, लेकिन वे खुद संभल नहीं पाए आैर दाेनाें पंकज व बंटी ट्रेन की चपेट में आ गए आैर दाेनाें की माैके पर ही माैत हाे गई।
एेसे हुई दिल दहला देने वाली दुर्घटना
ग्रामीणाें के मुताबिक जब उन्हें पता चला कि अमित रेलवे ट्रैक की आेर गया है ताे उसके भाई बंटी व पंकज भी उसी आेर दाैड़ पड़े। इन्हाेंने अमित काे ट्रैक के पास खड़ा हुआ देखकर जाेर से आवाज लगाई, लेकिन अमित तेजी से ट्रेन की आेर ही दाैड़ पड़ा। दाेनाें भाई भी उसके पीछे दाैड़ पड़े। दाेनाें ने अपने भाई अमित काे बचा लिया, लेकिन खुद एक दर्दनाक हादसे का शिकार हाे गए। ग्राणीमाें के मुताबिक पंकज ताे टक्कर लगते ही दूर जा गिरा, लेकिन बंटी का शरीर ट्रेन में फंस गया आैर कई किलाेमीटर आगे जाकर रेलवे ट्रैक पर गिरा।
इस दुर्घटना का जब गांव में पता चला ताे परिवार में काेहराम मच गया। माैके पर पहुंचे परिवार के लाेग बिना किसी कानूनी कार्यवाही के पंकज का शव अपने साथ ले गए आैर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। उधर, जीआरपी ने इस घटना के बाद पंकज के शव काे ट्रेन से निकाला आैर कानूनी कार्यवाही शुरू की। इस बाद पंकज के शव का अंतिम संस्कार पाेस्टमार्टम के बाद कराया गया। इस घटना के बाद परिवार में काेहराम मचा हुआ है आैर अमित खुद काे दाेनाें की भाईयाें की माैत कारण मान रहा है आैर चुप्पी साधे हुए है।