ये कैसी नोटबंदी? दुकानदार लिख रहे ‘We Accept 500-1000 नोट’
केंद्र सरकार की नोटबंदी की घोषणा के बीच कई दुकानदारों ने बकायदा
बोर्ड लगाकर लिख रखी हैं ये जानकारी, नोट तो ले रहे लेकिन खपाएंगे कहां
अंबिकापुर. जहां सरकार कालाधन पर रोक लगाने के लिए 500 व 1000 के नोट के प्रचलन पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है। लेकिन आज भी शहर में कुछ ऐसे दुकान हैं जो खुलेआम बोर्ड लगाकर पुराने नोट स्वीकार कर रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि दुकानदार उन नोटों को खपाएगा कहां।
केंद्र सरकार की घोषणा के बाद बुधवार से कुछ बैंकों में नोट बदलने वालों की ऊंगली में स्याही लगाने का काम शुरू किया गया, लेकिन निर्वाचन कार्यालय से स्याही नहीं मिलने पर इसे बंद करना पड़ा। एटीएम के बाहर आज भी लोगों की कतार लगी रही।
केंद्र सरकार द्वारा 8 नवम्बर को 500 व 1000 के नोटों के प्रचलन पर रोक लगा दिया गया था। इसके बाद से आम लोगों की परेशानी बढ़ गई थी। कुछ घरों में शादी होने के कारण वे रुपए होने के बावजूद उसे खर्च नहीं कर पा रहे थे। कुछ दुकानदारों ने अपने ग्राहकों को सुविधा देने के लिए सरकार के आदेश को भी दरकिनार कर दिया और दुकान के बाहर बकायदा नोटिस चस्पा कर दिया कि यहां 500 व 1000 के नोट स्वीकार किए जा रहे हैं।
लेकिन दुकानदार नोटों को कहां खपाएगा, यह सबसे बड़ा विषय है। कुछ बैंकों द्वारा बड़े व्यवसायियों को उनके खाता के अनुरूप सुविधा प्रदान करते हुए पुराने नोटों को बदलने की सुविधा प्रदान की जा रही है। इधर आज भी पूरे दिन एटीएम के बाहर लोगों की कतारें लगी रही।
लोगों को राहत पहुंचाने के लिए भाजयुमों, भाजपा पिछड़ा वर्ग व युवक कांग्रेस द्वारा कतार पर खड़े लोगों को पानी, चाय व बिस्कीट दिया जा रहा था। इसके साथ ही भाजयुमों कार्यकर्ताओं न बुर्जगों व दिव्यांगों की अलग कतार बनवाने में बैंक प्रबंधकों की मदद की। इस दौरान काफी संख्या में सभी संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
2000 के मिलने लगे नोट
कुछ निजी बैंकों के एटीएम से अब 2000 के नोट निकलने लगे। 2000 के नोट मिलने से जहां लोगों के चेहरे पर खुशी छलकने लगी। वहीं उसे खर्च करने की समस्या खड़ी हो गई।