बारां-झालावाड़ अस्पताल में नए ओपीडी बनेंगे
जयपुरPublished: Nov 04, 2015 05:02:00 pm
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों में विकास कार्य तय समय सीमा में पूरे हों, ताकि जनता को मानकों के अनुरूप चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों में विकास कार्य तय समय सीमा में पूरे हों, ताकि जनता को मानकों के अनुरूप चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
राजे मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में बारां एवं झालावाड जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं के विषय में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। बैठक में प्रमुख शासन सचिव मुकेश शर्मा ने बारां जिला अस्पताल के जीर्णोद्धार पर प्रस्तुतिकरण दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बारां व झालावाड़ अस्पताल के पुराने ओपीडी को पूरी तरह से हटाकर नया निर्माण करने को मंजूरी दी।
साथ ही अस्पताल भवन में सीवरेज एवं बरसात के पानी की निकासी की समस्या से निपटने को प्राथमिकता पर लेकर विकास योजना बनाने के निर्देश दिए। बैठक में अडाणी पावर लिमिटेड के प्रतिनिधियों ने कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के तहत बारां जिला अस्पताल के विकास में सहयोग देने के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष एक प्रस्तुतिकरण दिया। राजे ने सीएसआर के तहत सहयोग को स्वीकृति दी तथा समस्त कार्य समयबद्ध रूप से शीघ्र पूरे करने के निर्देश दिए।
एेसी सुविधाएं विकसित करो कि सीटें बढ़े
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में सीटों की संख्या 100 से बढ़ाकर 150 करने के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाओं का विकास करें। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाओं के सभी मानकों पर खरा उतरे।
केंद्र से मदद की संभावनाएं तलाशें
चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने बताया कि वर्ष 2008 में इस मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद से यहां सुविधाओं का स्तर लगातार बढ़ा है। कई वार्डों में तो लाभान्वितों की संख्या तीन गुणा तक बढ़ी है। राठौड़ ने मेडिकल कॉलेज में सुविधाओं के विस्तार के लिए केन्द्र सरकार से मदद की संभावनाएं तलाशने का सुझाव दिया। बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक नवीन जैन सहित स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।