सतना । छपरा से चेन्नई जाने वाली गंगाकावेरी डाउन हादसे का शिकार होने से बच गई। जैतवारा होम सिग्रल के पास ट्रेन के इंजन का कपलर टूट गया। जिसकी वजह से इंजन डिब्बों को छोड़कर आगे बढ़ गया। संयोग से ट्रेन की गति अधिक नहीं थी, वरना डिब्बे पटरी से उतर सकते थे।
हादसे की जानकारी मिलते ही रेलवे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मौके पर रेलवे अधिकारी पहुंचे और किसी तरह कपलर जुड़वाकर ट्रेन को सतना स्टेशन लाया गया। यहां तकनीकी टीम ने करीब दस मिनट तक जांच की और खामी को दूर कर ट्रेन को रवाना किया। हालांकि पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह गंगाकावेरी डाउन (12670) जब जैतवारा होम सिग्नल से गुजर रही थी, तभी अचानक इंजन डिब्बों को छोड़कर आगे बढ़ गया। बताया जाता है कि जिस वक्त हादसा हुआ, ट्रेन की स्पीड 10 किमी/प्रति घंटा रही होगी। ट्रेन की स्पीड कम होने के कारण बड़ा हादसा टल गया। हादसे के कारण ट्रेन सतना स्टेशन पर करीब दो घंटा देरी से आई।
नहीं पता चल पाया क्यों टूट कपलर
तकनीकी स्टॉफ ने कपलर में आई खामी को दूर करके ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया। हालांकि अभी यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो सका है कि इंजन का कपलर किस वजह से खुला। फिलहाल जांच शुरू कर दी गई है। एडीएमई आरपी खरे का कहना है कि सतना स्टेशन पर कपलर की जांच कराई गई थी। इंजन के कपलर में आई तकनीकी खामी को दूर करके ट्रेन को रवाना कर दिया गया है। कटनी में विधिवत जांच की जाएगी।
कमायनी एक्सप्रेस का इंजन छोड़ चुका डिब्बे
मुंबई-बनारस कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन का भदनपुर और लगरगवां में दो बार इंजन निकल चुका है। डिब्बों को छोड़कर इंजन करीब 400 मीटर तक आगे निकल गया। दो बार इंजन निकलने से तेज झटका लगने के कारण ट्रेन में सवार हजारों मुसाफिर दहशत आ गए थे। लेकिन हादसा होते-होते टल गया था।
रत्नीगिरी की कपलिंग खुलने से भाग चुका इंजन
लोकमान्य तिलक टर्मिनल से बनारस जाने वाली रत्नागिरी एक्सप्रेस का इंजन भी डिब्बों को छोड़कर आगे निकल गया। तकनीकी टीम मौके पर पहुंची और कपलिंग दुरुस्त कर ट्रेन को रवाना किया था। रत्नागिरी का मानिकपुर में स्टॉपेज नहीं है। लेकिन अवैध वेंडर अक्सर चेन पुलिंग करके यहां ट्रेन रोक देते हैं। चेन पुलिंग की वजह से ही कंपलिंग खुली थी।
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