सवाईमाधोपुर. शहर में अस्पताल के निकट से हम्मीर सर्किल तक निर्माण कार्य में विभागीय तालमेल की कमी का खमियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
मजे की बात यह है कि सार्वजनिक निर्माण विभाग ने विद्युत निगम व जलदाय विभाग और बीएसएनएल को अपनी लाइनें शिफ्ट करने के लिए भुगतान भी कर दिया। इसके बावजूद सड़क निर्माण कार्य बंद पड़ा है।
अन्य विभागों का सहयोग नहीं मिलने से एक और जहां निर्माण कार्य में देरी हो रही है। वहीं सार्वजनिक निर्माण विभाग ने शहर की इस मुख्य सड़क को अस्पताल के पास से खोदकर छोड़ दिया है। इसके चलते शहरवासियों की परेशानी बढ़ रही है। वहीं आने वाले करीब दो-तीन माह तक फिर से काम चालू होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है, क्योंकि जलदाय विभाग की ओर से दोहरीकरण कार्य में बाधक पेयजल लाइनों को शिफ्टिंग का कार्य शुरू करने में दो-तीन माह लगेंगे।
विद्युत लाइनों का काम भी पेड़ों की कटाई के चलते अटका हुआ है। लोगों का कहना है कि जब पीडब्ल्यूडी को इसका पता था कि पेयजल एवं विद्युत लाइनें शिफ्ट होने में समय लगेगा तो सड़क को पहले ही खोदकर अधूरा छोडऩा नहीं चाहिए था।
एक ओर मार्ग
बाधित हो रहा है। धूल-मिट्टी से भी लोगों की परेशानी बढ़ गई है। तीनों विभाग तालमेल बैठाकर ही काम करते तो परेशानी नहीं होती।
पेड़ काटने पर पीडब्ल्यूडी व निगम में ठनी
विद्युत लाइनों की शिफ्टिंग में 17 पेड़ बाधक बने हैं। इन्हें काटने की स्वीकृति तहसीलदार से मिल भी चुकी है, लेकिन इन्हें काटने की बात पर सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं विद्युत निगम अधिकारियों में ठनी हुई है। निगम अधिकारी कहते हैं कि पीडब्ल्यूडी ने पेड़ काटने की बात कही थी, लेकिन अब वे मुकर रहे हैं। वहीं पीडब्ल्यूडी अधिकारी कहते हैं कि निगम को पूरा पैसा जमा करा दिया है। ऐसे में बाधक पेड़ों को वही काटेगा। निगम अधिकारी भी कहते हैं कि उन्होंने 60 प्रतिशत काम पूरा कर दिया है। दूरदर्शन केन्द्र तक पोल गाड़कर लाइन खींच दी है। वे आरोप लगा रहे हैं कि पीडब्ल्यूडी सहयोग नहीं कर रहा है, इसके चलते आगे का काम अटका हुआ है।
पहले ही कर दिया सबको भुगतान
योजना के तहत करीब आठ करोड़ 50 लाख 73 हजार रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है। सावर्जनिक निर्माण विभाग ने इस राशि में से जलदाय विभाग को 1 करोड़ 36 लाख, विद्युत निगम को 9 लाख 94 हजार, बीएसएनएल को 55 लाख रुपए को भुगतान अपनी-अपनी लाइनों की शिफ्टिंग के लिए कर दिया है।
जलदाय विभाग के 21 को होंगे टेंडर
जलदाय विभाग को इस मार्ग के नीचे दबी पेयजल लाइनों को शिफ्ट करना है, लेकिन इसके टेंडर ही 21 दिसम्बर को होने हैं। टेंडर प्रक्रिया में ही करीब एक-डेढ़ माह निकल जाएगा। अगर टेंडर में कार्य की रेट ज्यादा आ गई तो नेगोसिएशन में करीब 15 दिन का समय और भी लग सकता है। इसके बाद ही काम शुरू होने की उम्मीद की जा सकती है।
टेंडर होंगे
पेयजल लाइन शिफ्टिंग के टेंडर 21 दिसम्बर को खुलेंगे। इसके बाद वर्कआर्डर मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। ये कार्य सर्किल स्तर का है। एम.पी. वर्मा, अधीशासी अभियंता, जलदाय विभाग, सवाईमाधोपुर
शिफ्टिंग का कर दिया भुगतान
हमने संबंधित विभागों को अपनी-अपनी लाइनों की शिफ्टिंग का भुगतान कर दिया है। पैसा मिल गया तो शिफ्टिंग का काम संबंधित विभागों को ही करना है। पेड़ काटने का काम विद्युत निगम करेगा। हमने कोई हां नहीं भरी थी। जहां तक तालमेल की बात है, संबंधित विभागों ने कहा था कि वे काम शुरू करा दें, काम की चाल मिल जाएगी। इस पर काम चालू करा दिया, लेकिन अब पानी व बिजली लाइनों की शिफ्टिंग के अभाव में काम की चाल नहीं मिल रही है, इसलिए ठेकेदार ने काम बंद कर दिया है। बी.के. बंशीवाल, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी।
नहीं मिल रहा सहयोग
हमने 60 प्रतिशत काम पूरा कर दिया है। आगे का काम पेड़ों की कटाई नहीं होने के कारण अटका हुआ है। पेड़ काटने के लिए पीडब्ल्यूडी ने हां भरी थी, लेकिन अब मुकर रहा है। उनका सहयोग नहीं मिलने से काम बाधित है।
एम.सी. जैन, अधीक्षण अभियंता, विद्युत निगम, सवाईमाधोपुर