गणित हल करने में दृष्टिहीन करते हैं मस्तिष्क के इस हिस्से का यूज
Published: Sep 22, 2016 08:24:00 pm
जॉन हापकिंस यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों के अनुसार, गणित की समस्याएं हल करते
वक्त दृष्टिबाधित लोगों में मस्तिष्क का वह भाग भी सक्रिय रहता है, जो
सामान्य इंसान में सिर्फ विजुअल बनाने का कार्य करता है।
मानव शरीर के अधिकतर अंग मशीन की तरह काम करते हैं। प्रत्येक अंग किसी खास कार्य को सम्पन्न करने के लिए जिम्मेदार होता है। कमोबेश सारे इंसानों में एक जैसा ही सिस्टम होता है। लेकिन मस्तिष्क एक ऐसा अंग है जो इस खांचे में बिल्कुल फिट नहीं बैठता।
जॉन हापकिंस यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों के दावे के मुताबिक गणित की पहेलियां सुलझाते हुए दृष्टिहीन लोगों के दिमाग का वह हिस्सा भी सक्रिय रहता है, जो एक सामान्य इंसान में विजुअलाइजेशन का काम करता है। भी वही हिस्सा सक्रिय रहता है, जो एक सामान्य इंसान में होता है। उन्होंने इस का दावा नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज की कार्यवाही में एक रिपोर्ट पेश करके किया।
गणित और भाषा का लिया टेस्ट
जॉन हापकिंस यूनिवर्सिटी, बाल्टीमोर के रिसर्चरों ने 17 जन्मांध और सही दृष्टि वाले 19 व्यक्तियों को शामिल किया गया। इस दौरान सही दृष्टि वाले प्रतिभागियों की आंख पर भी पट्टी बांध दी गई और सभी से बीजगणितीय समीकरण हल करने को कहा गया और फिर उनका लैंग्वेज कंप्रिहेंसिव टेस्ट लिया गया। इस दौरान उन्होंने गणित के सवाल हल करने वाले सभी लोगों के मस्तिष्क में समान जगह पर हलचल देखी।
न्यूमेरिकल थिंकिंग वाले भाग को पाया सक्रिय
स्टडी के दौरान दृष्टिबाधित प्रतिभागियों के अगले और पीछे के मस्तिष्क में सक्रियता के साथ कुछ ऐसे भी हिस्सों को भी सक्रिय देखा गया जिन्हें संख्यात्मक सोच के लिए जिम्मेदार माना जाता है। साथ ही उनके ‘विजुअल’ मस्तिष्क के भागों को भी सक्रिय पाया जो सामान्य दृष्टि वाले प्रतिभागियों में कलकुलेशन के समय नि:सक्रिय था।
रिसर्चरों के अनुसार इससे पता चलता है कि दृष्टिबाधित व्यक्ति कई ऐसे कार्य सिर्फ अनुभव से नहीं करता, जिन्हें हम अब तक अनुभव जन्य मानते आ रहे थे।