शल्य चिकित्सा क्षेत्र में देश ने की प्रगति: डॉ. अब्राहम
जयपुरPublished: Oct 24, 2015 08:16:00 pm
एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इण्डिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं जाने-माने सर्जन
डॉ. संतोष जॉहन अब्राहम ने कहा कि देश ने शल्य चिकित्सा तकनीकी एवं शिक्षा
के क्षेत्र में प्रगति की है। आधारभूत शल्य चिकित्सा के ज्ञान में सुधार
हुआ है। जब से एसोसिएशन का गठन हुआ तब से अब तक देश शल्य चिकित्सा के
क्षेत्र में निरन्तर आगे बढ़ा है। उन्होंने आशा जताई कि एसोसिएशन के माध्यम
से युवा पीढ़ी भी सर्जन की तकनीक एवं शिक्षा के क्षेत्र में और आगे
बढ़ेगी।
एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इण्डिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं जाने-माने सर्जन डॉ. संतोष जॉहन अब्राहम ने कहा कि देश ने शल्य चिकित्सा तकनीकी एवं शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति की है।
आधारभूत शल्य चिकित्सा के ज्ञान में सुधार हुआ है। जब से एसोसिएशन का गठन हुआ तब से अब तक देश शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में निरन्तर आगे बढ़ा है।
उन्होंने आशा जताई कि एसोसिएशन के माध्यम से युवा पीढ़ी भी सर्जन की तकनीक एवं शिक्षा के क्षेत्र में और आगे बढ़ेगी।
वे शनिवार को एस.पी. मेडिकल कॉलेज में शल्य चिकित्सा विभाग एवं बीकानेर सर्जन्स सोसायटी की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय कान्फे्रस के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे।
इससे पहले डॉ. करण सिंह यादव, डॉ. सुरेश वशिष्ट, डॉ. आर.पी. अग्रवाल, डॉ. राजेश भोजवानी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कान्फे्रस का उद्घाटन किया।
डॉ. अब्राहम ने कहा कि एस.पी. मेडिकल कॉलेज ने देश और प्रदेश को प्रतिभावन डाक्टर दिए हैं।
उन्होंने अपनी राजस्थान एवं बीकानेर क्षेत्र की पहली यात्रा बताते हुए बीकानेर की संस्कृति,मेहमाननवाजी, ऐतिहासिक और स्थापत्यकला की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
इसी मंच से उन्होंने एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इण्डिया की दिसम्बर में गुडगांव में सर्जरी पर हो रही राष्ट्रीय सेमीनार की पृष्ष्ठभूमि रखी।
एसोसिएशन के 2016 के चुनाव का भी जिक्र कि या। इससे पूर्व एस.पी. मेडिकल कॉलेज बीकानेर एवं महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. एच.सी.लोढ़ा एवं डॉ.हरबंस सिंह को मंच से लाइफ टाइम एचीवैमेंट अवार्ड दिया गया।
एस.एन. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अमी लाल भट्ट तथा मंचस्थ अतिथियों का सम्मान किया गया। डॉ. लोढ़ा ने कहा कि शल्य चिकित्सा को लेकर आ रहे बदलावों के प्रति चिकित्सकों में सजगता रहनी चाहिए।
इससे मानव कल्याण में मदद मिलेगी। शल्य चिकित्सा की नई तकनीकों से लोगों को बीमारियों से निजात मिल सकेगी।
डॉ. हरबंस सिंह ने कहा कि इस सभागार और मंच में बैठे अधिकांश डाक्टर मेरे विद्यार्थी है। मैं इन्हें मंच और अग्रिम पंक्ति में बैठे देखकर प्रसन्न हूं।
एसोसिएशन के महासचिव डॉ. राजेश भोजवानी ने कहा कि एसोसिएशन को शल्य चिकित्सा के विद्यार्थियों को बेहतरीन शिक्षा एवं तकनीकी ज्ञान के लिए सहयोग करना चाहिए।
छात्र शल्य चिकित्सा विज्ञान, तकनीकी, अनुसंधान की दिशा में बेहतरीन काम करें। इसके लिए एसोसिएशन संसाधन मुहैय्या करवाए।
वहीं शल्य चिकित्सकों को आदर्शों के प्रति जिम्मेदार बनने की सलाह दी। इस दौरान डॉ. करण सिंह यादव और डॉ. सुरेश वशिष्ट ने एसोसिएशन की गतिविधियां एवं कान्फे्रस की उपादेयता पर विचार रखे।
प्रारंभ में एस.पी. मेडिकल कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. आर.पी. अग्रवाल एवं आयोजन सचिव डॉ. सीताराम गोठवाल ने स्वागत भाषण दिया।
डॉ. हनुमान कस्वा, डॉ. एल.एन. अग्रवाल, डॉ. अशोक परमार, डा. आर.के.काजला, डॉ. सलीम व डॉ. भपेन्द्र शर्मा ने मंचस्थ अतिथियों को साफा, शोल एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया।