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ब्लैक होल्स विलय के एक करोड़ साल बाद बनीं गुरुत्वीय तरंगें 

Published: Sep 06, 2016 02:37:00 pm

Submitted by:

Deepika Sharma

एक स्टडी के अनुसार यूनिवर्स में गुरुत्वीय तरंगें दो ब्लैक होल्स के आपसी विलय के एक करोड़ साल बाद अस्तित्व में आई थीं। रिसर्च में पाकिस्तान के स्पेस टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक भी शामिल रहे। 

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gravitational waves


यूनिवर्स में गुरुत्वीय तरंगों का निर्माण दो तारामंडलों के आपसी टकराव और उनके केन्द्रीय ब्लैकहोल के 100 मिलियन सौर द्रव्यमान के साथ आसपास में विलय के लगभग एक करोड़ साल बाद हुआ था। यह दावा एक नई स्टडी में में किया गया है।

 ज्यूरिख यूनिवर्सिटी, जर्मनी की हीडलबर्ग यूनिवर्सिटी, चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज और पाकिस्तान की स्पेस टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों के दल द्वारा की गई स्टडी में कहा गया है कि गुरुत्वीय तरंगों का निर्माण अब तक की सोची गई गति से लगभग 100 गुना तेज है। 

ज्यूरिख यूनिवर्सिटी के लूसियो मेयर ने कहा, दो ब्लैक होल्स के विलय के एक करोड़ साल बाद पहली बार गुरुत्वीय तरंगें पैदा हुई थीं। जो कि अब तक की अनुमानित गति से 100 गुना तेज था। 

बता दें कि गुरुत्वीय तरंगों का पता इस साल की शुरुआत में चला था। अल्बर्ट आइंसटीन ने इस कंसेप्ट का जिक्र सापेक्षता सिद्धांत में किया था। हालांकि यह बताना अभी तक संभव नहीं हो पाया था कि गुरुत्वीय तरंगें किस बिंदु से पैदा हुईं और फिर कैसे पूरे अंतरिक्ष में फैलीं। 

रिसर्च के दौरान कंप्यूटर सिमुलेशन का कार्य एक साल से अधिक समय तक चीन, ज्यूरिख और हीडलबर्ग में हुआ। दो केंद्रीय ब्लैक होल्स को तारामंडलों की टक्कर के बाद शक्तिशाली गुरूत्वीय तरंगों का उत्सर्जन करने के लिए जितने समय की जरूरत थी, उसका आकलन शोधकर्ताओं ने सुपर कंप्यूटरों की मदद से किया।

प्रयोग के दौरान रिसर्चरों ने कंप्यूटर पर यूनिवर्स का मॉडल तैयार किया और तीन अरब साल पुराने तारामंडलों का आपसी विलय कराया। 

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