लंदन. ठंड के महीनों में बर्फ में लिपटी रहने वाली आर्कटिक झीलें हर साल पिछले वर्षों की तुलना में एक दिन पहले पिघल रही हैं। उपग्रह से मिली तस्वीरों के इस्तेमाल के जरिये करीब 13,300 झीलों का विश्लेषण करने वाले अनुसंधानकर्ताओं ने इस बात का दावा किया है।
अध्ययन दल में भारतीय मूल का वैज्ञानिक भी
ब्रिटेन के साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में दिखाया है कि वर्ष 2000 से वर्ष 2013 तक की 14 वर्ष की अवधि में तापमान में वृद्धि के कारण बर्फ हर सर्दी में पिछले साल की तुलना में एक दिन पहले पिघल रही है। इस अध्ययन दल में भारतीय मूल का एक वैज्ञानिक भी शामिल रहा। इस काम के लिए वैज्ञानिकों ने उन्होंने झीलों से प्रकाश के प्रतिबिंबित होने से जुड़ी सूचना का इस्तेमाल किया। नासा के मॉडरेट रिजोल्यूशन इमेजिंग स्पेक्ट्रोरेडियोमीटर (मोडिस) सेंसर का इस्तेमाल किया। यह सेंसर दैनिक आधार पर कई तरह की सूचनाओं को एकत्रित करता है।