खतरा: सन् 2100 तक धरती पर कम हो सकती है ऑक्सीजन
Published: Dec 02, 2015 05:30:00 pm
नए अध्ययन में खुलासा हुआ है कि समुद्र के तापमान में कुछ डिग्री की वृद्धि धरती पर ऑक्सिजन की मात्रा में कमी ला सकती है
लंदन। दुनियाभर में ग्लोबल वार्मिंग का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। एक नए अध्ययन में खुलासा हुआ है कि समुद्र के तापमान में कुछ डिग्री की वृद्धि धरती पर ऑक्सिजन की मात्रा में कमी ला सकती है।जिसके कारण बढ़ी संख्या में इंसानों और जानवरों की मौत हो सकती है। ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ लीसेस्टर के शोधार्थियों के अनुसार ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण ऑक्सिजन के स्तर में आने वाली कमी धरती पर जीवन के लिए बाढ़ से बड़ी विपदा होगी।
अध्ययन में खुलासा हुआ है कि वैश्विक समुद्र के तापमान में सन 2100 तक लगभग 6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है
जिसके कारण ऑक्सिजन का उत्सर्जन बंद हो सकता है।
यूनिवर्सिटी के गणित विभाग के प्रोफेसर सर्गेई पेट्रोव्स्की ने बताया कि ग्लोबल वॉर्मिग को विज्ञान और राजनीति का केंद्र बने हुए लगभग दो दशक हो चुके हैं। इससे आने वाली विपदा के बारे में कई सारी बातें कही गई हैं जिसमें सबसे कुख्यात इससे आने वाली वैश्विक बाढ़ है जो कि अंटाकर्टिक की बर्फ पिघलने से आएगी।
उन्होंने कहा कि यह शायद मानवता के बढ़ा खतरा हो सकता है क्यों कि धरती की कुल ऑक्सीजन का दो तिहाई सिर्फ साइटोप्लैंक्टोन से उत्सर्जित होता है। और इनकी समाप्ति विश्विक ऑक्सिजन के लिए खतरा होगी जिससे बड़े पैमाने पर जीवन का अंत हो सकता है।