न्यूयॉर्क। नासा ने 21 अगस्त को होने वाले सूर्यग्रहण के मद्देनजर नागरिक वैज्ञानिकों से राष्ट्रव्यापी वैज्ञानिक अन्वेषण में योगदान देने को कहा है, जिसके तहत सूर्यग्रहण के दौरान उन्हें बादल और हवा के तापमान का आंकड़ा अपने फोन के माध्यम से नासा को देनी होगी। इस दौरान सूर्यग्रहण को पूरे अमरीका में देखा जा सकेगा। पर्यावरण के लिए लाभकारी वैश्विक शिक्षा और पर्यवेक्षण (ग्लोब) कार्यक्रम पर्यवेक्षक (नासा गो) एक नागरिक विज्ञान परियोजना है, जिसके तहत यूजर्स एक मुफ्त एप के माध्यम से पर्यवेक्षण को रिकार्ड करते हैं।
इस मुफ्त एप और थर्मामीटर के प्रयोग से नागरिक वैज्ञानिक यह वर्यवेक्षण कर सकते हैं कि सूर्यग्रहण किस प्रकार उनके आसपास के वायुमंडलीय स्थितियों को बदलता है तथा उस आंकड़े को डेटाबेस में भेज सकते हैं, जहां दुनिया भर के वैज्ञानिक और छात्र सूर्यग्रहण से जुड़े आंकड़े रखते हैं।
इस परियोजना के उपसमन्वयक क्रीस्टन वीवर ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप उत्तरी अमेरिका में हैं या दक्षिणी अमेरिका में है, आपके यहां बादल है, धूप है या बारिश हो रही है। चाहे पूर्ण सूर्यग्रहण हो रहा हो या आंशिक सूर्यग्रहण हो रहा हो। नासा चाहता है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस नागरिक विज्ञान परियोजना से जुड़ें।
वीवर ने कहा, हम सूर्यग्रहण देखनेवाले करोड़ों लोगों को सूर्यग्रहण वैज्ञानिक बनने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। अमरीका में सुबह 10.15 मिनट से सूर्यग्रहण ऑरेगन के तट से दिखने लगेगा और दक्षिण कैरोलीना के तट पर दोपहर 2.50 बजे खत्म होगा। उत्तरी अमरीका के सभी हिस्से में आंशिक सूर्यग्रहण देखा जा सकेगा।
नासा ने प्लूटो, चारोन का नया नक्शा जारी किया
अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने प्लूटो तथा उसके सबसे बड़े उपग्रह चारोन का नया नक्शा जारी किया है, जो उनकी जटिल रचना का खुलासा करता है। नासा के न्यू होराइजन अंतरिक्ष यान ने 14 जुलाई, 2015 को प्लूटो के लिए ऐतिहासिक उड़ान भरी थी, जिसके बाद से ही वह प्लूटो तथा उसके उपग्रहों की तस्वीरें उपलब्ध कराने के साथ ही अन्य आंकड़े इकट्ठी कर रहा है, जिसने सौर मंडल की बाहरी सीमा पर इस रहस्यमय दुनिया के प्रति हमारी समझ को बदलकर रख दिया है।
वैज्ञानिक उन आंकड़ों का अभी भी विश्लेषण कर रहे हैं, जिसे न्यू होराइजंस ने भेजे हैं। उड़ान के दो साल पूरे होने के मौके पर वैज्ञानिकों का दल प्लूटो तथा चारोन के एक उच्च गुणवत्ता वाली विस्तृत तस्वीर के सेट का अनावरण कर रहा है।
अंतरिक्षयान फिलहाल पृथ्वी से 5.7 अरब किलोमीटर की दूरी पर है और अपने अगले लक्ष्य तक पहुंचने के लिए रहस्यमय क्विपर बेल्ट की गहराई में पहुंच गया है। नासा ने कहा कि साल 2019 के नववर्ष के दिन न्यू होराइजन क्विपर बेल्ट ऑब्जेक्ट को बेहद तेजी से पार करेगा, जिसका नाम 2014 एमयू 69 है।