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इस जेल में न कैमरे हैं और न ही पर्याप्त प्रहरी

locationसिवनीPublished: Nov 25, 2016 11:48:00 am

Submitted by:

Prashant Sahare

बार-बार हो रही मांग पर भी जेल विभाग लापरवाह

seoni

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सुनील बंदेवार सिवनी. बीते दिनों भोपाल की जेल से सिमी के आठ सदस्यों के फरार हो जाने के बाद प्रदेश के सभी जेलों की सुरक्षा को लेकर जेल विभाग सतर्कता बरते जाने की बात कह रहा है, बावजूद इसके सिवनी जिले के उपजेल लखनादौन में अब भी कमियां साफ नजर आ रही हैं। इन कमियों को दूर करने अब तक सार्थक कदम नहीं उठाए गए हैं, जो एक गंभीर मामला है।
उपजेल लखनादौन के अधीक्षक अभय वर्मा से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया कि वर्षों पुरानी इस उपजेल में वर्तमान में अलग-अलग जिलों के 107 बंदी मौजूद हैं, इन बंदियों में कई डकैती, लूट और अन्य गंभीर अपराधों में शामिल रहे हैं। इस उपजेल में सीसीटीव्ही कैमरे नहीं हैं, इस सम्बंध में पूर्व में और भोपाल जेल ब्रेक मामले के बाद भी उच्चाधिकारियों को 10 सीसीटीव्ही कैमरे लगवाने के लिए उपजेल अधीक्षक द्वारा पत्र लिखा गया है, बावजूद इसके जेल विभाग से अब तक सार्थक जवाब नहीं मिला है। फिलहाल सुरक्षा के लिए जेल प्रशासन ने यहां चारों ओर तेज प्रकाश वाली लाइटिंग में इजाफा किया है, तो वहीं जेल के प्रहरियों की निगरानी का भी समय बढ़ा दिया गया है।
स्टॉफ की भी है कमी –



उपजेल की सुरक्षा के लिहाज से जितने पद स्वीकृत हैं, उनमें से पांच पद लंबे समय से रिक्त हैं, जिनकी पूर्ति की मांग बार-बार हो रही है। उपजेल अधीक्षक बताते हैं, कि कई बार जेल विभाग से समस्याओं का जिक्र करते हुए पदों की पूर्ति किए जाने की मांग कर चुके हैं। स्टॉफ की कमी से जेल प्रशासन को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जेल विभाग के द्वारा अलर्ट जारी किए जाने के बाद उपजेल में सुरक्षा के लिहाज से जेल प्रशासन स्थानीय पुलिस की मदद ले रही है। उपजेल अधीक्षक ने बताया कि उन्होंने सिवनी एसपी एके पाण्डे और लखनादौन टीआई शिवराज सिंह से जेल की सुरक्षा में सहयोग मांगा था, जिसके बाद स्थानीय पुलिस द्वारा रात में जेल के आसपास रात में तीन बार पेट्रोलिंग की जा रही है।
एसडीएम ने ली तलाशी –



सुरक्षा के इंतजामों को देखने बीते दिन लखनादौन के एसडीएम आईजे खलको, टीआई शिवराज सिंह अचानक उपजेल जा पहुंचे। उन्होंने हर बैरक, बंदियों के स्नानघर, भोजन कक्ष व अन्य स्थानों व उपयोग की जाने वाली सामग्री का जायजा लेते हुए बंदियों की तलाशी लेकर इंतजामों को लेकर अधीक्षक अभय वर्मा से चर्चा की है।
दीवार ऊंची करने सहमति का इंतजार –
उपजेल की सुरक्षा में सबसे अहम यहां की दीवारें है। उपजेल अधीक्षक ने जेल की भीतरी और बाहरी दीवारों की ऊंचाई बढ़ाने प्रस्ताव भेजा है। उन्होंने बताया कि भीतरी दीवार वर्तमान में 18 फीट ऊंची है, जिसे 21 फीट करने का प्रस्ताव भेजा है, इसी तरह बाहरी दीवार को 21 से 25 फीट करने की सहमति मांगी गई है, जिसके जवाब का इंतजार है।
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