SP के आदेश पर भारी पड़ रहा महिला दारोगाओं का रसूख !
शाहजहांपुरPublished: Jul 22, 2017 05:26:00 pm
पिछले छह महीने में एसपी ने चार महिला दारोगाओं को आदेश दिया, लेकिन किसी न किसी कारण से खुद ही उसे रद्द करना पड़ा।
शाहजहांपुर। जिले में महिला दारोगा अपने ऊंचे रसूख के चलते एसपी पर भारी पड़ रही हैं। जिसके चलते जहां एक ओर सरकार के मंसूबों पर पानी फिर रहा है तो वहीं दूसरी ओर जिला अस्पताल में महिला मरीजों व उनके तीमारदारों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है। दरअसल नेशनल हाईवे 24 के किनारे स्थित संयुक्त जिला अस्पताल में सुरक्षा के लिहाज से महिला पुलिस चौकी खोलने के आदेश दिए गए थे, लेकिन आज तक किसी भी महिला दारोगा ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है।
एसपी चार बार दे चुके हैं आदेश
नाम न छापने की शर्त पर एक महिला पुलिस इंस्पेक्टर ने बताया कि छह महीने पहले सरकार ने प्रदेश के कुछ जिला अस्पतालों में महिला मरीज और तीमारदारों के साथ बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए महिला पुलिस चौकियां खोलने के आदेश जिला पुलिस अधीक्षक को दिए थे। इनमें शाहजहांपुर का भी जिला अस्पताल शामिल है। महिला इंस्पेक्टर की माने तो एसपी केबी सिंह ने अब तक चार बार महिला दारोगा और महिला सिपाहियों की टीम बनाई लेकिन कोई भी महिला दारोगा जिला अस्पताल की पुलिस चौकी की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हुई।
हर बार रद्द कर दिया आदेश
जानकारी के मुताबिक चार महीने पहले एसपी ने एक महिला दारोगा को जिला अस्पताल चौकी की प्रभारी बनाया। बाद में एसपी ने उस आदेश को रद्द कर दिया। हाल ही में जिले के एक थाने में तैनात महिला दारोगा को नया आदेश हुआ तो पिछले 15 दिनों से वो महिला दारोगा एसपी के आदेश को अपने पास रखे हुए है। इसी तरह से पिछले छह महीने में एसपी ने चार महिला दारोगा को आदेश दिया, लेकिन किसी न किसी कारण से खुद ही उसमें संशोधन कर देते हैं। जिसके चलते आज तक जिला अस्पताल में महिला पुलिस चौकी नहीं खोली जा सकी।
जिला अस्पताल ने दिया रैन बसेरा
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर केशव स्वामी के अनुसार जब पुलिस अधीक्षक द्वारा महिला पुलिस चौकी खोलने की बात कही गई तो उन्होंने इसके लिए जिला अस्पताल के रैन बसेरा में एक बड़ा हॉल दे दिया। लेकिन आज तक महिला पुलिस चौकी नहीं खोली गई। जबकि अस्पताल में महिला मरीज और उनके तीमारदारों की सुरक्षा के लिहाज यह बेहद महत्वपूर्ण है।
सीओ सिटी ने कही जांच की बात
इस संबंध में सीओ सिटी सुमित शुक्ला ने बताया कि उन्होंने हाल ही में सीओ नगर का चार्ज लिया है। वो इस बात की भी जांच करेंगे कि जिला अस्पताल में जिन महिला पुलिस कर्मियों को भेजा गया आखिर उन्होंने ज्वाइन क्यों नहीं किया।