शाहजहांपुर। काकोरी काण्ड के महानायक अमर शहीद अशफाक उल्ला खां की जन्म भूमि आज शर्मसार हो गयी। जिसमें आज देर रात दंगाइयो ने जमकर बवाल काटा। यहां तक कि एक बस को आग लगाने के बाद भी दंगाई शांत नहीं हुए। उन्होंने पुलिस पर भी जमकर पथराव किया। शहर की कई सड़कें घंटों बलबाइयों के कब्जे में रहीं। लेकिन अभी तक हालात सामान्य नहीं हुए हैं। हालात को सामान्य करने के लिए डीआईजी डीएम सहित कई जिलों की फ़ोर्स शहर में डेरा डाले हुए है। वहीं डीएम ने बलवाइयों को चिन्हित कराकर उनके खिलाफ बेहद ही कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
ड्राइवर की गलती से हुआ बवाल अमर शहीद पंडित रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खान की जमीं का सर आज शर्म से झुक गया। दरअसल आज देर शाम शाहजहांपुर में एक रोडवेज की अनुबंधित बस शहर की नो इंट्री एरिया में जा घुसी। वहीं जब टीएसआई को शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके में बस घुसने की जब सूचना मिली तो टीएसआई आलोक मिश्रा ने रोडवेज बस का पीछा किया। बस ड्राइवर ने बस को रोकने के बजाय बस को दौड़ाना शुरू कर दिया। लेकिन बस अड्डे पर टीएसआई ने आकर बस को ड्राइवर सहित कब्जे में ले लिया। और एक होमगार्ड के साथ बस को जिले की पुलिस लाइन में बने अपने दफ्तर ले जाने लगे। लेकिन बस पुलिस लाइन पहुंचने से पहले ही पुलिस लाइन से बाहर बनी एक मस्जिद से टकरा गयी।
उग्र हुई भीड़ जब लोगों को इस बात की जानकारी हुई भीड़ बेकाबू हो गयी। और भीड़ ने एक बलबे का रूप ले लिया। बलबाइयों ने पहले तो बस को पलटने की कोशिश की। और बाद में बस को आग लगा दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब बलबाइयों को रोकने की कोशिश की हमलावर हुई भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए बालबाइयों पर जमकर लाठी भांजी। इसके बाद भीड़ और ज्यादा उग्र हो गयी। और भीड़ ने कई सड़कों पर कब्जा कर जब पुलिस लाइन पर भी कब्जा करने की कोशिश की। तो पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को तितर बितर कर दिया। लेकिन अभी तक घटना स्थल और उसके आस पास के क्षेत्र में हालात सामान्य नहीं हुए है।
बलवाइयों को बख्शा नहीं जाएगा वहीं शाहजहांपुर के डीएम रामगणेश और डीआईजी बरेली आशुतोष कुमार का कहना है कि कानून को हाथ में लेने वालों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। बल्बाइयों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इस वक्त शहर में जिले के अलावा आस पास के अन्य जिलों से कई थानों की भी फ़ोर्स को बुला लिया गया है। डीआईजी डीएम सहित कई बड़े आला अधिकारी माहौल को शांत करने के लिए खुद सड़कों पर उतरे हुए हैं।