पटवारी संग सचिव को किया जाएगा बीपीएल पर वाउण्डऑवर
श्योपुरPublished: Dec 05, 2016 03:26:00 pm
कई गरीबों के बीपीएल सूची में नाम न होने और धनाढयों के होने जैसी शिकायतों बाद कलेक्टर ने भू-अभिलेख विभाग को दिए आदेश
श्योपुर । गरीबी रेखा सूची में पात्र गरीबों के नाम न होने और धनाढयों के होने जैसी स्थितियां अब नहीं रहेंगी। वजह यह है कि ऐसी स्थितियां सामने आने के बाद कलेक्टर अभिजीत अग्रवाल ने सूची दुरुस्तीकरण के लिए पहली दफा मैदानी अमले को वाउण्डऑवर करना तय किया है। साथ ही अधिकांश पटवारियों को तो 15 दिवस में पात्रों के नाम सूची में जोड़कर अपात्रों के हटाने संबंधी बनाए गए वाउण्डऑवर पत्र पर हस्ताक्षर भी करा लिए हैं।
बताया जा रहा है कि इस पर पंचायत सचिवों से अगले दो दिवस के भीतर हस्ताक्षर करा लिए जाएंगे। बताया गया है कि पटवारी और सचिव को वाउण्ड ऑवर करने के लिए जो शपथ पत्र भू अभिलेख शाखा से बनवाया गया है उसमें शपथ पूर्वक कथन करते हुए 15 दिवस में अपात्रों के हटाकर पात्रों के नाम सूची में जोडऩे के लिए लिखा गया है और न कर पाने पर कार्यवाही की कंडीशन भी लिखी गई है।
बताया गया है कि रविवार को बैठक में शामिल होने आए अधिकांश पटवारियों से उस पर हस्ताक्षर भी करा लिए गए हैं। हस्ताक्षर भी न करने की स्थिति में निलंबित करने के डर के चलते किया जाना बताया गया है। यहां बता दें कि श्योपुर जिले की गरीबी रेखा कि सूची में करीब 55 हजार लोगों के नाम हैं, लेकिन इसके बाद भी हजारों पात्र ऐसे हैं, जिनके नाम सूची में आने से छूट गए हैं, जबकि लोगों का दावा है कि हजारों में ही संख्या ऐसे लोगों की है, जो अपात्र हैं, मगर पहुंच से सूची में नाम जुड़वाया हुआ है।
स्कोरिंग कार्ड भी बनेगा
पटवारियों को अपने कार्य के प्रति पाबंद करने के लिए जिला प्रशासन की आगामी योजना स्कोर कार्ड बनाना है, जिसमें हर 15 दिन के भीतर इनकी प्रोग्रेस के लिहाज से मार्किंग तहसीलदार द्वारा की जाएगी।
यह इन्हीं लोगों की जिम्मेदारी है, मगर इनके द्वारा इसके बाद भी इस कार्य को जिम्मेदारी पूर्वक नहीं किया जा रहा है।इसी के लिए पंचायत सचिव और पटवारी को गरीबी रेखा सूची पर वाउण्ड ऑवर करने की कार्यवाही कर रहे हैं, ताकि पात्र को लाभ मिल सके। इसके बाद अगर कहीं कुछ गड़बड़ सामने आएगी तो सेवा समाप्ति जैसी कार्रवाई भी की जाएगी।
अभिजीत अग्रवाल, कलेक्टर, श्योपुर