हार्ट अटैक से प्रधान आरक्षक की मौत, परिजन ने किया हंगामा, कांच तोड़े
शिवपुरीPublished: Oct 24, 2016 11:08:00 pm
कलेक्टर ने एसडीएम को बनाया जांच अधिकारी, टॉयलेट करने के दौरान बिगड़ी हालत
शिवपुरी जिला अस्पताल के आईसीयू में देर शाम एक प्रधान आरक्षक की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके बाद उसके परिजनों ने अस्पताल में डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए न सिर्फ उन्हें गालियां दीं बल्कि आईसीयू और इमरजेंसी ड््यूटी रूम में तोड़ फोड़ भी कर दी। उक्त मामले में देर शाम करीब नौ बजे कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने हंगामें की प्रशासनिक जांच के आदेश दिए तथा एसडीएम रुपेश उपाध्याय को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।
खनियांधाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक इंद्रपाल सिंह परिहार सोमवार दोपहर सीने में दर्द होने के बाद जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हुआ। बताया जाता है कि उपचार के बाद इंद्रपाल सिंह हालत में सुधार हो गया और वह शाम को पांच बजे के आसपास अपने पैरों पर चल कर टॉयलेट करने गया। इसके कुछ देर बाद अचानक इंद्रपाल की तबीयत बिगड़ गई और हार्टअटैक के चलते उसकी मौत हो गई। इस दौरान डॉ पीडी गुप्ता ने अपनी ओर से काफी प्रयास किया लेकिन वह उसे बचा नहीं सके। प्रधान आरक्षक की मौत के बाद उनके परिजनों व रिश्तेदारों ने डॉक्टरों पर आरोप लगाया कि इंद्रपाल की मौत डॉक्टरों की लापरवाही से हुई है। उन्होंने न सिर्फ डॉक्टरों को गालियां दीं बल्कि आईसीयू वार्ड और इमरजेंसी ड््यूटी रूम के कांच भी फोड़ दिए। एक लड़की ने डॉक्टरों के हाथ से पर्चे आदि खींच कर ले गई। डॉक्टरों के कहने के बाबजूद पर्चे वापिस नहीं किए। इस दौरान उक्त युवती ने टेबिल पर रखा ड्यूटी नर्स का मोबाइल भी उठा लिया और उसे जमीन पर फेंक कर तोडऩे का प्रयास भी किया। मृतक के परिजनों ने अस्पताल में इतना हंगामा मचाया कि, हालातों को संभालने के लिए टीआई कोतवाली संजय मिश्रा, एसडीओपी जीडी शर्मा, एडीशनल एसपी कमल मौर्य सहित पुलिस फोर्स को मौके पर पहुंचना पड़ा।
जब पूरा मामला लगभग शांत हो गया तो मृतक के परिजनों ने एक महिला को बुलाया, जिसने मृतक इंद्रपाल को देखा, परंतु वह कुछ समझ नहीं पाई। इसके बाद वह एडीशनल एसपी से गुहार लगाकर बॉडी को अपने घर माधव नगर ले गई। वहां मौजूद लोग आपस में चर्चा करते दिखे कि उक्त महिला झाड़ फूंक करने वाली थी और बॉडी को किसी देवी देवता पर ले जाया गया है।
डॉक्टर ने की धक्का-मुक्की
जब मृतक के परिजनों ने डॉक्टर पीडी गुप्ता पर हमला करने का प्रयास किया तो पुलिस व अन्य स्टाफ ने उन्हें आईसीयू से उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास किया। इस दौरान एक युवक और दो युवतियों ने दौड़ कर उन्हें पकडऩे का प्रयास किया। अस्पताल के स्टाफ ने उक्त युवक और युवतियों को पकड़ा, ताकि वह डॉ गुप्ता को न पकड़ सकें। इस दौरान डॉ तोमर ने उनसे धक्का मुक्की कर दी, हालांकि बाद में उन पर एक युवती में चांटा मारने का आरोप भी लगाया गया। समाचार लिखे जाने तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी थी।
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परिजनों की मांग पर हम बॉडी का पीएम डॉक्टरों की पैनल से करवाएंगे और उसकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी। मर्ग कायम कर मामले की जांच की जा रही है, तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कमल मौर्य एएसपी शिवपुरी