सिद्धार्थनगर. पैसों के लिए बैंकों की लम्बी लाइन से जूझने वालों के लिए खुशखबरी है। नए साल में लोगों को पैसों के लिए बैंकों पर लम्बी लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। न ही पैसों के लिए एटीएम का चक्कर काटना पड़ेगा। इमरजेन्सी में पैसों की जरूरत पड़ने पर बैंक आप के द्वार पर पहुंच जाएगा।
इसके लिए आप को महज एक फोन करना होगा। फोन करने के कुछ ही देर बाद माइक्रो एटीएम आप के सामने होगा। जो आप को आपके एटीएम से दस हजार रूपया आसानी से मुहैया कराएगा। नोटबंदी के बाद लोगों को पैसों के लिए भले ही बैंक दर बैंक व एटीएम टू एटीएम भटकने के बाद भी जरूरत भर का पैसा नहीं मिल पा रहा है। बैंकों से नोट की किल्लत के बाद अगले वित्तीय वर्ष में इस व्यवस्था को लागू करने की तैयारी की जा रही है।
इसके लिए नोटबंदी के पहले से ही भारतीय स्टेट बैंक द्वारा इसकी तैयारी की जा रही है। नोटबंदी नहीं होने पर यह व्यवस्था और पहले भी लागू हो सकती थी। लेकिन अब तैयारी में समय लगने के कारण यह व्यवस्था चार माह ही लागू हो जाएगी। इसके लिए कर्मचारियों की भर्ती भी की जाएगी। जिनके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के घरों तक आसानी से पैसा पहुंचाया जा सके।
इसके लिए भी भारतीय स्टेट बैंक द्वारा शर्तो का भी निर्धारण किया जाएगा। जिसके तहत ही घर पर पैसा पहुंचाया जाएगा। बैंक अधिकारियों की माने तो माइक्रो एटीएम के संचालन की तैयारी पूरी हो गई है। साथ ही एसबीआई द्वारा एक और नहीं व्यवस्था लाई जा रही है। जिससे ग्राहकों के लेनदेन की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी।
एटीएम व बैंकों में कम होगी भीड़
बैंकों की शाखाओं व एटीएम पर पैसों के लिए आम दिनों में भी लोगों की लगने वाली भीड़ को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। इस व्यवस्था को ग्रामीण क्षेत्रों में लागू किया जाएगा। जहां पर दूर दराज क्षेत्र के लोग चाहकर भी समय से बैंक नहीं पहुंच पाते हैं। बैंको व एटीएम की लाइन में जूझने के बाद भी उन्हें अपनी जरूरत भर का पैसा नहीं मिल पाता है, या फिर अगर मिलता है तो वह उसका इस्तेमाल दूसरे दिन ही कर पातें है। जरूरतमंदों को घर पर ही पैसा मिलने से काफी राहत मिलेगी और बैंकों तथा एटीएम पर भीड़ भी कम होगी।
पैसा पहुंचाने को तैनात किए जाएंगे कर्मचारी
लोगों के घरों तक माइक्रो एटीएम के माध्यम से पैसा पहुंचाने के लिए कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। जिनके माध्यम से जरूतमंदों के पास तक आसानी से पैसा पहुंचाया जाएगा। यह सुविधा बैंकों की शाखा क्षेत्र के अनुसार होगी। जो जरूरमंद ग्राहक के फोन करने के कुछ ही देर बाद उनके पास होगा। एटीएम से स्वैप करने के बाद वह दस हजार रूपए तक का नकद भुगतान करेगा। बैंक अधिकारियों की माने तो इस व्यवस्था को सभी बैंकों से इन्टरकनेक्ट करने का भी प्रयास होगा। जिससे कि कोई भी कहीं भी एटीएम की तरह अपने जरूरत के हिसाब से पैसा हासिल कर सके। लेकिन इस व्यवस्था का बेजा इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। इसके लिए बैंक के लिए जरूरतमंदों का रिकार्ड भी सुरक्षित रखेंगे।
चल रही है तैयारी
इस तरह के व्यवस्था को लागू करने की तैयारी चल रही है। अगले वित्तीय वर्ष में यह व्यवस्था लागू हो सकती है। इस सम्बंध में काफी पहले ही बैठक के दौरान जानकारी दी गई थी। इससे लोगों को काफी आसानी होगी।
कल्पनाथ, लीड बैंक मैनेजर, सिद्धार्थनगर