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नगर पालिका के सफाई कर्मियों की ने हड़ताल, कचरा फेंकने की जगह न मिलने पर रार

locationसीधीPublished: Jul 07, 2017 04:46:00 pm

Submitted by:

suresh mishra

सार्वजनिक
स्थल में कचरा फेंकने गए सफाई कर्मियों को रहवासियों ने डंडा लेकर खदेड़ा,
नाराज सफाई कर्मियों ने नपा के सामने वाहन खड़ा कर शुरू की हड़ताल।

Sidhi municipality Strike of cleaning workers

Sidhi municipality Strike of cleaning workers


सीधी। मध्यप्रदेश की सीधी नगर पालिका आजादी के 70 साल बाद भी विकास से कोसों दूर है। आलम है कि यहां सुबह होने वाली साफ-सफाई के बाद एकत्रित कचरा फेंकने के लिए स्थान तक नहीं है। शुक्रवार की सुबह उस समय बवाल मच गया जब ग्रामीणों ने सार्वजनिक जगह पर कचरा फेंकने पर डंडा लेकर खदेड़ लिया।

विरोध स्वरूप सफाई वाहन में लगे कर्मचारी वाहन को नगर पालिका कार्यालय में सामने खड़े कर हड़ताल शुरू कर दी। हालांकि बाद में किसी तरह व्यवस्था बनाकर शहरभर का एकत्रित कचरा दूरस्थ गांव के पहाड़ी क्षेत्रों में फिंकवाया गया। फिर भी सफाई वाहन कर्मियों को दूसरे दिन की चिंता सताने लगी है।

स्थल निर्धारित नहीं
शहर में सफाई के बाद एकत्रित होने वाले कचरे को कहां फेंका जाए इसके लिए कोई स्थल निर्धारित नहीं है। कचरा वाहन में लगे कर्मियों को निर्देश हैं कि शहर से बाहर जहां कहीं खाली स्थान पाओ कचरा फेंककर चले आओ। ऐसी स्थिति में कई बार वाहन कर्मियों को स्थानीय लोगों के विवाद का सामना करना पड़ता है। ऐसा ही वाकया शुक्रवार की सुबह नपा के सफाई वाहन कर्मियों के साथ उस समय हुआ जब वह शहर के बाइपास के पास मड़रिया में कचरा फेंकने पहुंचे।

वाहन का इंतजार
शहर का कचरा फेंकने से नाराज स्थानीय लोग लाठियां लेकर वाहन का इंतजार ही कर रहे थे, जैसे सफाई वाहन कर्मी कचरे से लोड़ वाहन लेकर मड़रिया बाइपास के पास पहुंचे, तो स्थानीय लोगों ने लाठी-डंडे लेकर खदेड़ लिया। वाहनकर्मी लाठी लेकर आता देख बगैर कचरा फेंके ही वाहन लेकर भाग खड़े हुए। इसके बाद सभी वाहनकर्मियों ने नगर पालिका कार्यालय के सामने लोड वाहन खड़े कर हड़ताल शुरू कर दी।

वर्षों से व्याप्त समस्या
शहर से प्रतिदिन एकत्रित किए जाने वाले कचरे को डिस्पोजल करने या फेंकने को लेकर पिछले कई वर्षों से समस्या बनी हुई है। लेकिन नगर पालिका द्वारा अब तक इसका निराकरण नहीं किया जा सका है। न तो कचरा नष्ट करने की मशीन क्रय की जा सकी और न ही किसी ऐसे स्थान का निर्धारण हो सका जहां शहर का एकत्रित कचरा फेंका जा सके। ऐसी स्थिति में यहां-वहां कचरा फेंका जा रहा है।

संक्रामक बीमारियां फैलने का डर
एकत्रित होने वाले कचरे को पहले तो शहर के ही खाली पड़े स्थलों मे फेंक दिया जाता था, जिससे दुर्गंध व मच्छर, मक्खियां पनपने से संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बना रहता था, शहर के लोगों ने जब इसका विरोध शुरू किया तो कचरा फेंकने के लिए गांवों की ओर रूख किया गया। जिससे गांवों में भी संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा मंडरा रहा है।

जमीन आवंटित नहीं कर पा रहा प्रशासन
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर पालिका परिषद सीधी द्वारा कई बार जिला प्रशासन को कचरा फेंकने के लिए जमीन आवंटित किए जाने हेतु पत्राचार किया जा चुका है। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा आज तक जमीन का आवंटन नहीं किया गया, जिसके चलते मजबूरी में नगर पालिका को यहां वहां कचरा फेंकने के लिए भटकना पड़ता है।
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