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नगदी, मोबाइल व सामान पार

locationसिरोहीPublished: Apr 20, 2015 12:48:00 am

पुराना चेक-पोस्ट फ्लाई ओवर के पास रात
के अंधेरे में चोरों ने पांच दुकानों व एक ट्रान्सपोर्ट कम्पनी के

sirohi

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आबूरोड।पुराना चेक-पोस्ट फ्लाई ओवर के पास रात के अंधेरे में चोरों ने पांच दुकानों व एक ट्रान्सपोर्ट कम्पनी के ऑफिस के ताले व शटर तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। रविवार सुबह दुकान खोलने गए तब दुकानदारों को वारदात का पता चला।


चोर नगदी, मोबाइल, पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड, वाहनों की बैटरियां आदि चुरा ले गए। अंदर का सारा सामान बिखेर दिया। चोर वारदात में प्रयुक्त पक्कड़ व पेचकस ट्रान्सपोर्ट कम्पनी के कार्यालय में छोड़ गए। समाचार लिखे जाने तक किसी भी दुकानदार ने शहर थाने में चोरी की रिपोर्ट नहीं दी थी।


मौके पर इलियास मेमन ने बताया कि चोर शटर तोड़कर दुकान में घुसे। दुकान में से दस-बारह मोबाइल, तेरह पेन ड्राइव व पच्चीस मेमोरी कार्ड ले गए।गल्ले में चार सौ-पांच सौ रूपए की रेजगारी रखी हुई थी वह भी ले गए।पास में स्थित महेन्द्रभाई मोदी की दुकान के ताले तोड़े।


अंदर सिर्फ कबाड़ पड़ा होने से चोरों के हाथ कुछ नहीं लगा। इससे सटकर स्थित जावेदभाई कुरैशी की दुकान से वाहनों की तीन बैटरियां व करीब पंद्रह सौ रूपए नगद चुरा ले गए। इसी लाइन में कुछ ही दूरी पर रीको की ओर स्थित कैलाशचंद अग्रवाल के जनरल स्टोर का ताला तोड़ने की कोशिश की पर नहीं टूटा तो शटर ही तोड़ दिया।


वहां से करीब दो हजार रूपए की रेजगारी व नगदी चुरा ले गए। उसके बगल में स्थित नारायणलाल देवीसी की मार्केटिंग की दुकान के शटर के दो ताले व कांच के गेट का इंटरलॉक तोड़ा। अंदर सारा सामान बिखेर दिया। चूंकि गल्ले में एक पैसा भी नहीं रखा होने से कुछ भी हाथ नहीं लगा।


दुकान में रखे सामान को छूआ तक नहीं। इसी लाइन में शाहबाज खां की ट्रान्सपोर्ट कम्पनी के कार्यालय के पीछे का शटर तोड़कर अंदर घुसे पर वहां भी कुछ हाथ नहीं लगा। हालांकि सारे कागजात बिखेर दिए। दीवार पर एलईडी टीवी लगा हुआ था, लेकिन वह बच गया।

शायद चोरों का पसंददीदा इलाका


पुराना चेक-पोस्ट इलाका शायद चोरों का पसंददीदा इलाका रहा है। इस इलाके में अमूमन चोरी की वारदातें होती रहती है। वारदात को अंजाम देने में यहां सहूलियत भी रहती है। दरअसल यहां पास-पास ही दो फ्लाईओवर है। एक रेलवे का और दूसरा फोरलेन का। इनकी दीवारों के पास की दुकानों में चोरों को हाथ की सफाई दिखाने में खास दिक्कत पेश नहीं आती।


वारदात में यह भी सहूलियत

फोरलेन के फ्लाई ओवर के नीचे की ओर दोनों ओर से निकलती सर्विस लेन पर दिन में व रात में ट्रकों की लम्बी कतारें लगी रहती हैं। इनकी आड में चोरों का काम आसान हो जाता है। रेलवे फ्लाईओवर के नीचे से गुजरती रेलवे लाइन इन दुकानों के पीछे रहती है और वहां आसपास में झाडियों की भरमार होने से वारदात को अंजाम देने के बाद भागने में सहूलियत मिल जाती है।

अक्सर तैनात रहती है पुलिस


रात्रि-गश्त के दौरान पुलिसकर्मी अक्सर फोरलेन के ओवरफ्लाई के नीचे आकर थोड़ी देर रूकते हैं। वहां चारों ओर नजर मारने के बाद फिर राउण्ड में निकलते है और थोड़ी देर बाद फिर से उसी पाइंट पर आकर रूकते है। उनके राउण्ड पर निकलने व फिर से लौटने के बीच की समयावधि में चोर वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। ऎसे में पुख्ता प्रबंध किए जाने की जरूरत है।

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