उत्खनन में निकल रहे हैं प्रमाण
सिरोहीPublished: Feb 06, 2016 05:42:00 am
पुरातन नगरी चन्द्रावती में पुरातत्व विभाग व जनार्दन राय नागर विद्यापीठ की ओर से तीसरे चरण के उत्खनन
आबूरोड।पुरातन नगरी चन्द्रावती में पुरातत्व विभाग व जनार्दन राय नागर विद्यापीठ की ओर से तीसरे चरण के उत्खनन को लेकर शुक्रवार को नगरी के चौथे पीढ़ी के मिले प्रमाण में खनन शुरू किया गया वहीं ट्रेंच संख्या में आई आई-19 में मकान निर्माण के दौरान मकान में पहले नदी की रेत से पाटा गया बाद में उसको चूने तथा ईटों के गारे से तैयार करने के भी प्रमाण मिले है। दोपहर को किले के मुख्य द्वार पोल को खनन का काम शुरू किया गया। दोपहर को इसी भाग में आंगन भी निकला ईंटों से बना फर्श निकला इस भवन में मिट्टी के बर्तन भी निकले है।
मैदे जैसी मिट्टी के बर्तन निकले
इस कक्ष के पैदा निकलने के साथ साथ अन्दर से निकले बर्तन को बनाने के समय मिट्टी को एकदम बारीकी मैदे की जैसी बनाकर आटे की तरह गूंथ कर चाक की मंद गति से बनाया गया होगा, जिससे आज भी बर्तनों की धुलाई करने के बाद कांच की तरह चमक रहे है।
सिंधु सभ्यता के भी प्रमाण मिले
ट्रेंच संख्या ईई व एफ एफ-28 में एक बड़ी दीवार निकली है, इस दीवार के चारों और पीलर के नीचे बड़े डिजायनदार पत्थरों को रखकर पीलरों का निर्माण किया गया जिसमें सिंधु सभ्यता के अनुसार ही इसको देवड़ा वंश में बनाया जाने के प्रमाण मिल रहे है।