निम्बाहेड़ा मार्ग स्थित ओछड़ी टोल नाके पर गुरुवार दोपहर टोलकर्मियों एवं वाहन चालकों के मध्य लाठी भाटा जंग हो गई। वाहन निकालने के विवाद में तूल पकड़ लिया। आपसी मारपीट में तीन-चार जनों को चोट भी लगी है तथा एक वाहन के कांच फोड़ दिए। सूचना पर पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
निम्बाहेड़ा मार्ग स्थित ओछड़ी टोल नाके पर गुरुवार दोपहर टोलकर्मियों एवं वाहन चालकों के मध्य लाठी भाटा जंग हो गई। वाहन निकालने के विवाद में तूल पकड़ लिया। आपसी मारपीट में तीन-चार जनों को चोट भी लगी है तथा एक वाहन के कांच फोड़ दिए। सूचना पर पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
पुलिस के अनुसार गुरुवार दोपहर फ्लाई एश से भरा बल्कर ओछड़ी टोल नाके से निम्बाहेड़ा की ओर निकला। यहां टोलकर्मियों ने टोल राशि लेने के दौरान उसमें ओवरलोड़ माल होना बताया। इस बात को लेकर बल्कर चालक टोलकर्मियों में विवाद हो गया।
टोलकर्मी ने निकट स्थित धर्म कांटे पर बल्कर का वजन करवाने की बात कही, जिस पर सहमति हो गई। टोलकर्मी सुरेन्द्रसिंह पैदल ही वजन करवाने के लिए रवाना हुआ, जिसे बल्कर में सवार तीन जनों ने जबरन उठा लिया।
उसे बल्कर में डाल कर ऑयल डिपो के सामने ले आए, जहां उसके साथ मारपीट कर दी। कुछ टोलकर्मियों की नजर उस पर पड़ी तो मौके पर दौड़े। टोलकर्मियों ने इसकी जानकारी वहां से गुजर रहे निम्बाहेड़ा सदर थानाधिकारी रामनिवास विश्नोई को दी।
विश्नोई ने टोलकर्मी को मुक्त कराया। बाद में सभी टोलकर्मी एकत्रित हो गए तथा लठ आदि लेकर ऑयल डिपो तक पहुंच गए तथा सुरेन्द्रसिंह को साथ लेकर आए। इस दौरान टोलकर्मियों ने कुछ चालकों पर हमला कर दिया। इससे वाहन चालकोंं में आक्रोश व्याप्त हो गया।
चालक टोल प्लाजा के निकट पहुंचे व पथराव कर दिया। पथराव में किसी को चोट नहीं लगी। टोलकर्मियों ने पथराव कर रहे वाहन चालकों को खदेड़ दिया। यहां करीब पन्द्रह मिनट तक भाग दौड़ एवं हंगामे की स्थिति बनी रही। टोलकर्मियों ने वाहन चालकों के साथ मारपीट भी की।
इस दौरान टैंकर चालक धीरजी का खेड़ा निवासी जगदरीश पुत्र नारायण गाडरी एवं दो-तीन अन्य मारपीट में घायल हो गए। टोलकर्मियों ने एक वाहन के कांच भी फोड़ दिए। वहीं टोल प्लाजा से गुजरी ट्रक के चालक से मारपीट कर दी।
मामले की सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस का जाप्ता टोल नाका पहुंचा। पुलिस दल वहां से लौटा तो पुन: विवाद हो गया। टोलकर्मियों ने यहां कुछ वाहन चालकों से मारपीट की।
सूचना पर पुलिस उप अधीक्षक गजेन्द्रसिंह सिंह, तहसीलदार श्रवणसिंह, सदर थानाधिकारी दिनेश सुखवाल आदि मौके पर पहुंचे व जाप्ता तैनात कर दिया। घायल जगदीश गाडरी सदर थाने पहुंचा। यहां से उसे रिपोर्ट देने के लिए शंभूपुरा थाने भेजा।
समाचार लिखे जाने तक थाने में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ। पुलिस के पहुंचने के बाद भी मौके पर गहमा गहमी का माहौल बना रहा।
35 रुपए के विवाद ने पकड़ा तूल
जानकारी में सामने आया कि टोल प्लाजा की सभी लाइनों में सेंसर लगा है जो कांटे से जुड़ा है। ऐसे में कोई भी वाहन रुकता है तो उसका वजन स्वत: ही मशीन पर आ जाता है। कई बार वाहन चालक संतुष्ट नहीं हो तो उसके लिए टोल प्लाजा की ओर से बड़ा धर्म कांटा ही लगाया है।
टोल प्लाजा के शिफ्ट इंचार्ज राजकुमार ने बताया कि गुरुवार को गुजरे बल्कर का वजन करीब 60 टन था जबकि नियमानुसार 49 टन वजन ही होना चाहिए। वजन अधिक होने से अधिक भार श्रेणी में वाहन आ जाता है।
49 टन के अनुसार इसका वजन 160 रुपए की टोल राशि बनती है। वहीं वजन अधिक होने के साथ ही राशि 195 रुपए हो गई थी। बल्कर चालक से नियमानुसार 195 रुपए मांगे थे। इस पर उसने गाली गलौज कर दी तथा टोलकर्मी से मारपीट की।
जो मिला उसकी कर दी धुनाई
जानकारी में सामने आया कि टोलकर्मियों ने वाहन चालकों को खदेडऩे के दौरान जो मिला उसकी धुनाई कर दी। घायल जगदीश गाडरी भी पथराव करने वाले चालकों में शामिल नहीं था।
वह टोल प्लाजा व ऑयल डिपो के मध्य स्थित दुकान पर वाहन का पंक्चर निकालने की बात करने गया था। इसी दौरान टोलकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। टैंकर चालकों के लिए डे्रस कोड तय है। जगदीश भी उसी ड्रेस को पहने था।